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पाकिस्तान में परफॉर्म करना मीका को पड़ा भारी, उठने लगी भारत में बैन करने की मांग - पाकिस्तान

ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने मीका सिंह को इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में बैन करने और बॉयकॉट करने की बात कही है. यहां तक कि एसोसिएशन ने ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री से भी इस मामले में मदद मांगी है.

मीका ने पाकिस्तान में किया परफॉर्म , etv bharat

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Published : Aug 14, 2019, 11:44 PM IST

नई दिल्ली:पंजाबी पॉप सिंगर मीका सिंह ने हाल ही में पाकिस्तान के कराची में एक परफॉर्म किया था, जो कि अब उनको भारी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. दरअसल, मीका सिंह ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के करीबी के यहां हो रहे शादी समारोह कार्यक्रम में 8 अगस्त को गाना गाया था, जिसके बाद से भारत में लगातार उनकी आलोचना हो रही है. यहां तक कि अब भारत में उन्हें बैन किए जाने की मांग उठ रही है.

मीका को बैन करने की उठी मांग


AICWA ने की बैन करने की मांग
खबरों के मुताबिक ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने मीका सिंह को इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में बैन करने और बॉयकॉट करने की बात कही है. यहां तक कि एसोसिएशन ने ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री से भी इस मामले में मदद मांगी है.


एसोसिएशन ने अपने बयान में कहा है कि मीका सिंह के साथ अगर कोई भारतीय काम करता है तो उसके खिलाफ कोर्ट में कार्रवाई की जाएगी. एसोसिएशन का कहना है कि पाकिस्तान में कॉन्सर्ट करने को लेकर मीका सिंह के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

दिल्ली की जनता ने दी अपनी राय
मीका सिंह के पाकिस्तान में कॉन्सर्ट करने को लेकर लोगों का कहना था कि मीका सिंह ने ऐसे समय में पाकिस्तान में कॉन्सर्ट किया, जब पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते तल्ख हैं. भारत सरकार की ओर से 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को लेकर बहुत ऐतिहासिक फैसला लिया गया और उसके ठीक 2 दिन बाद 8 अगस्त को मीका सिंह ने पाकिस्तान में इस तरीके का कॉन्सर्ट किया जो गलत है.

'मीका एक कलाकार'
हालांकि कई लोगों का कहना था कि मीका एक कलाकार हैं. आर्टिस्ट कभी भी मजहब या मुल्क नहीं देखता, ऐसे में उनको लेकर जो बैन किए जाने की और उनकी आलोचना की बातें की जा रही हैं, वह सरासर गलत है. आर्टिस्ट सिर्फ अपनी कला के लिए काम करता है. कुछ लोगों का कहना था कि मीका सिंह भले ही एक कलाकार हैं, लेकिन उससे पहले वह एक भारतीय हैं. वह भारत के नागरिक हैं. उनके लिए अपना देश पहले होना चाहिए, उनको अपने देश के बारे में पहले सोचना चाहिए था.

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