नई दिल्ली/नोएडा: साइबर अपराधी आए दिन नए-नए तरीके अपना कर लोगों के साथ ठगी करते हैं. ऐसा ही कुछ रविवार को साइबर क्राइम थाने में शिकायत मिली है. कंबोडिया भेजे जाने वाले कोरियर में 50 से अधिक पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड और संदिग्ध सामान होने की बात बता कह कर ठगों ने एक व्यक्ति को झांसे में लिया और जेल भेजने का डर दिखाकर 13 लाख 28 हजार 85 रुपये की ठगी कर ली. जबरन खाते में रकम ट्रांसफर कराई गई. पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने सेक्टर 36 नोएडा में की है. थाना पुलिस मामले की जांच करने मे जुटी हुई है.
महागुन मॉर्डन सोसायटी निवासी दीपक पाठक ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक टोलफ्री नंबर से उनके मोबाइल पर कॉल आई थी. फोन करने वाले ने दीपक को बताया कि कॉल के संबंध में ऑपरेटर से ज्यादा जानकारी लेने के लिए उसे मोबाइल पर एक दबाना होगा. ऐसा करने पर कॉल दूसरे नंबर पर डायवर्ट हो गई. इसके बाद कॉल से जुड़े ऑपरेटर अरविंद ने शिकायतकर्ता को बताया कि उसके नाम से एक पार्सल कंबोडिया निवासी जॉन को भेजा रहा रहा है, जिसमें 16 पासपोर्ट, 48 क्रेडिट कार्ड और कई अन्य संदिग्ध सामान हैं. पार्सल लखनऊ कस्टम विभाग के पास जमा होने की बात उसने बताई.
पीड़ित ने ऑपरेटर को बताया कि उसने किसी जॉन नाम के व्यक्ति को पार्सल नहीं भेजा है, तो अरविंद ने उसे संकट में फंसने की बात कहते हुए कॉल लखनऊ पुलिस को ट्रांसफर कर दी. यहां अलीगंज थाने से कोई दिनेश कुमार नाम का कथित पुलिसकर्मी जुड़ा और उसने पीड़ित को मोबाइल पर स्काइप अप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा. अप्लीकेशन आइडी लेने के बाद कथित पुलिसकर्मी ने कॉल पर रहते हुए वॉयरलेस के माध्यम से कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया. इसमें वॉयरलेस पर पीड़ित को तुरंत गिरफ्तार करने की बात कही गई. इसके बाद कथित पुलिसकर्मी और उसके साथियों ने पीड़ित को जेल भेजने का डर दिखाया. काफी अनुरोध करने पर कथित पुलिसकर्मी ने पीड़ित की बात अपने कथित आला अधिकारी कुलदीप से कराई.