नई दिल्ली: दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान (डीएससीआई) में रेडिएशन थेरेपी की दो मशीनें खराब होने से कैंसर के मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से एक मशीन इस साल मार्च में खराब हुई थी. जबकि दूसरी मशीन एक साल से भी ज्यादा समय से खराब पड़ी है.
इन मशीनों के ठीक न होने के चलते मौजूदा समय में रेडिएशन की सिर्फ एक मशीन ही काम कर रही है. इससे एक दिन में सिर्फ 70 से 80 मरीजों की ही रेडिएशन थेरेपी हो पा रही है. जबकि कैंसर संस्थान में इलाज के लिए प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज को पहुंचते हैं. इनमें रेडिएशन थेरेपी कराने वाले 250 से ज्यादा मरीज होते हैं. अगर खराब पड़ी हुई दोनों मशीनें ठीक होती तो 160 से 170 और मरीजों की थेरेपी हो सकती. इसी तरह कैंसर संस्थान में सीटी स्कैन की मशीन भी करीब एक सप्ताह से अधिक समय से खराब है. जिसके चलते मरीजों को सीटी स्कैन के लिए भी एक से दो महीने की तारीख दी जा रही है या बाहर से जांच कराने की सलाह दी जा रही है.
इस समस्या के चलते गरीब मरीज बाहर से सीटी स्कैन नहीं करा पा रहे हैं और अस्पताल में भी उन्हें यह सुविधा नहीं मिल रही है. बता दें, संस्थान में प्रतिदिन दिल्ली के ही अलग-अलग इलाकों के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार हरियाणा और अन्य राज्यों के मरीज इलाज के लिए आते हैं लेकिन अस्पताल में अव्यवस्था के चलते उन्हें बिना इलाज के ही मायूस होकर लौटना पड़ता है.
अस्पताल में रेडिएशन की दोनों मशीनें काफी पुरानी हैं. जिसकी वजह से उनमें खराबी आ जाती है. इन मशीनों को कई बार ठीक कराया गया है. लेकिन, अभी फंड की कमी के चलते ठीक नहीं हो पाई है और ना ही नई मशीनें आ पा रही है. एक मशीन से जितना संभव है, मरीजों की रेडिएशन थैरेपी दी जाती है.
डॉ. किशोर सिंह, निदेशक दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान