नई दिल्ली:सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के वरिष्ठ सर्वेक्षक महेश कुमार की हत्या का राज पुलिस ने सुलझाते हुए आरोपी अनीस को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में आरोपी ने बताया की उसने मृतक से 9 लाख रुपये उधार लिए थे. पैसे लौटाने के बहाने उसने महेश को अपने घर बुलाया और उनकी हत्या कर दी. एएसआई के वरिष्ठ सर्वेक्षक महेश कुमार की हत्या के बाद आरोपी सहकर्मी ने शव को सरकारी फ्लैट के आंगन में दफना दिया और उसपर कंक्रीट का फर्श बनवा दिया. पुलिस ने अनीस को गिरफ्तार गिरफ्तार करते हुए उसकी निशानदेही पर आरके पुरम सेक्टर-2 स्थित फ्लैट नंबर 623 के आंगन की खुदाई कर सर्वेयर का शव बरामद कर लिया, जिसमें कंकाल ही बचा था. बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपनी महिला मित्र के बारे में अपशब्द कहने और पैसों को लेकर हुए विवाद के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
28 अगस्त की रात से गायव था महेश
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, महेश कुमार (42) झज्जर (हरियाणा) का मूल निवासी था. वहां से वह रोजाना ऑफिस आता-जाता था. 28 अगस्त को वह अचानक गायब हो गया. महेश के भाई मुनेश ने आरके पुरम पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई और जांच के दौरान पुलिस टीम को महेश कुमार के सहयोगी क्लर्क अनीस पर शक हुआ. पूछताछ में पुलिस को गुमराह करते हुए उसने बताया कि महेश ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से काफी पैसे ले लिए थे. वह उसे वापस नहीं कर पा रहा था. इस कारण फरार है. सख्ती से पूछताछ में उसने सच उगल दिया.
अनीस मृतक के परिजनों को करता रहा गुमराह
महेश कुमार 28 अगस्त को अपने घर में यह बताकर निकले थे कि दोस्त और सहकर्मी अनीस से मिलने जा रहे हैं, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटे. रात घर वालों ने फोन करके अनीस से महेश के बारे में पूछा तो उसने बताया कि महेश उससे मिलने आए थे, लेकिन बाद में अपनी गाड़ी की चाबी उसे देकर किसी अन्य दोस्त से मिलने चले गए. अगले दिन घर वालों ने महेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी. इसके बाद अनीस उनके घर वालों को यह कहकर गुमराह करता रहा कि वह उनकी तलाश में मदद कर रहा है. वह पुलिस को भी काफी दिनों तक गुमराह करता रहा.
शक होने पर पुलिस ने की सख्ती से पूछताछ