नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की दिल्ली से चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के खिलाफ अब बिना नाम लिए खुलकर लिखने और बोलने लगी हैं.
टिकट की मोहताज नहीं, मेरी आवाज दबा सके इतनी किसी की औकात नहीं: अलका लांबा
अलका लांबा ने ट्वीट किया कि मेरा 25 सालों का संघर्ष है, जहां भी हूं अपने दम पर हूं, 2013 में चल कर मेरे घर आए थे टिकट देने, मना कर दिया फिर 2015 में स्वीकार किया, सीट जीता कर दी और हर कदम पर साथ खड़ी रही.
दरअसल अलका लांबा ने ट्वीट किया कि मेरा 25 सालों का संघर्ष है, जहां भी हूं अपने दम पर हूं, 2013 में चल कर मेरे घर आए थे टिकट देने, मना कर दिया फिर 2015 में स्वीकार किया, सीट जीता कर दी और हर कदम पर साथ खड़ी रही. मैं आज किसी की टिकट की मोहताज नहीं हूं, सम्मान से कोई समझौता नहीं, आवाज को दबा सकें किसी की इतनी औकात नहीं.
बता दें कि अलका लांबा पिछले कुछ महीनों से अपनी ही पार्टी से नाराज चल रही हैं. हालांकि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह से मुलाकात के बाद पार्टी और अलका लांबा के बीच सबकुछ ठीक होने की खबरें आई थी, लेकिन एक बार फिर से इस तरह की बयानबाजी पार्टी और अलका लांबा के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. इस बात की पुष्टि करता है.