नई दिल्ली/गाजियाबाद:कुमार विश्वास की वीआईपी सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. दो दिन पहले गाजियाबाद में हुई रोडरेज की घटना के बाद सीआरपीएफ ने यह एक्शन लिया है. हालांकि, हटाए गए जवानों के स्थान पर अन्य जवानों की तैनाती की गई है.
कुमार विश्वास ने ट्वीट कर डॉक्टर पर आरोप लगाया था. कुमार ने कहा था कि गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति ने सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की और बाद में वो सुरक्षाकर्मियों पर ही हमलावर हो गए.
डॉक्टर ने की थी रिपोर्ट:वहीं, विश्वास ने जिस व्यक्ति के बारे में ट्वीट किया, उसने मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज की थी. डॉक्टर के अनुसार, जब कुमार का काफिला जा रहा था तब उसने साइड देने को कहा. इसके बाद विवाद हो गया. तब इस पर काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट की.
आईएमए पदाधिकारियों ने अपनी मांगें रखी:पूरे मामले को लेकर गुरुवार को आईएमए वेस्ट (गजियाबाद) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. आईएमए पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर चार मांगें रखी थी
- कुमार विश्वास घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए, बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगे.
- जिन सुरक्षाकर्मियों ने यह हरकत की है उनके विरुद्ध समुचित दंडात्मक कार्यवाही होनी चाहिए.
- MLC की कॉपी उपलब्ध कराई जाए और इंजरीज को देखते हुए IPC की उपयुक्त धाराओं में मुकदमा दर्ज होनी चाहिए.
- FIR में नामजद रिपोर्ट हो अज्ञात व्यक्तियों के नाम से नहीं.
गौरतलब है कि मामला बुधवार 8 नवंबर का है. गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में पल्लव वाजपेई नामक डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि कुमार विश्वास का काफिला जिस वक्त निकल रहा था, उस वक्त काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ ओवरटेकिंग को लेकर हुए विवाद में उनकी पिटाई की. घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें सुरक्षा कर्मियों को पिलर के पीछे हलचल करते हुए देखा गया. डॉक्टर के चेहरे पर भी चोट के निशान थे. इससे पहले डॉक्टर अपनी बात किसी तक पहुंचा पाता कुमार विश्वास ने एक ट्वीट किया था.