राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में करेंगे वेद पाठ नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में स्थित प्राचीन दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है. हर दिन हजारों की संख्या में प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. श्री महंत नारायण गिरी दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर के 16वें महंत हैं. दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर के परिसर में श्री दूधेश्वर वेद पीठ का संचालन होता है. नेपाल समेत भारत के 15 प्रांतों से विद्यार्थी यहां पढ़ते आते हैं.
श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के दो आचार्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होकर वेद पाठ करेंगे. दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर के महंत नारायण गिरी द्वारा इसकी पुष्टि की गई है. आचार्य नित्यानंद ने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि बचपन से ही श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ में हैं. श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ से ही उन्होंने शिक्षा हासिल की. इसके बाद अब वह बतौर आचार्य वेदपीठ में विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं.
ये भी पढ़ें : रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह: 4000 संतों को निमंत्रण भेज रहा ट्रस्ट; सलाह- छत्र, चंवर, ठाकुर जी को लेकर न आएं
आचार्य बताते हैं कि उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि उन्हें इतना बड़ा अवसर मिलेगा. आचार्य नित्यानंद कहते हैं कि मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे भगवान राम ने इस काम के लिए चुना है. श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य नित्यानंद ने बताया प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनकी तैयारी पूरी है.
नित्यानंद बताते हैं कि 6 वर्षों में उन्होंने वेद कंठस्थ किए हैं. यजुर्वेद का वह 6 घंटे में उच्चारण पूर्ण करते हैं. आचार्य ने बताया कि 8 जनवरी को गाजियाबाद से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे. 9 जनवरी 2024 को वह अयोध्या पहुंचेंगे, जहां 14 जनवरी तक ठहरेंगे. शुरुआत में हमें 5 दिन का कार्यक्रम बताया गया है. आगे की जानकारी वहां जाकर दी जाएगी.
श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ वर्तमान में उत्तर भारत का सबसे बड़ा वेद और कर्मकांड का विद्यालय है. देश के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थी यहां पर शिक्षार्थी वेद और कर्मकांड की शिक्षा लेने के लिए आते हैं. गाजियाबाद के लिए बेहद गौरव का पल है कि भगवान दूधेश्वर की धरती से आचार्य अयोध्या जाकर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में वेद पाठ करेंगे.
ये भी पढ़ें : अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह : अपने मंदिर में जब विराजेंगे रामलला, साक्षी बनेंगे शिव नगरी के संत