नई दिल्ली:बीते कई साल से दिल्ली में अपने स्वास्थ्य मॉडल का ढिंढोरा पीट रही केजरीवाल सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर गुरुवार को विधानसभा में खुद आप विधायकों ने ही जोर शोर से मुद्दे उठाए. किराड़ी से आम आदमी पार्टी के विधायक ऋतुराज झा ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में अपने विधानसभा क्षेत्र में कोई अस्पताल न होने का मुद्दा उठाया. झा ने कहा कि उनके इलाके में आठ लाख की आबादी के लिए आसपास कोई हॉस्पिटल नहीं है, जिससे जनता परेशान है.
बिफरे आप विधायक:उन्होंने कहा कि किराड़ी के लोग इलाज के लिए संजय गांधी हॉस्पिटल जाते हैं, जो दिल्ली का सबसे खराब हॉस्पिटल इसलिए है, क्योंकि वहां अस्पताल की क्षमता से 50 गुना ज्यादा मरीज आते हैं. मैं यह जानना चाहता हूं आखिर क्या परेशानी है जो किराड़ी में हॉस्पिटल नहीं बना सकते. ऋतुराज झा ने आगे कहा कि हमारे गरीब प्रवासी लोग कहीं जाकर धक्के क्यों खाएं. किराड़ी के आसपास कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं है, जबकि लोगों को सरकारी अस्पताल की जरूरत तो होती ही है. मैं इस सदन के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री और सरकार का भी ध्यान आकर्षण कराना चाहूंगा कि किराड़ी में हॉस्पिटल की जरूरत है और वहां हॉस्पिटल बनना चाहिए. धैर्य रखने की भी हद होती है.
डॉक्टरों की समस्याओं को लाया सामने:वहीं, सीमापुरी से विधायक और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्रपाल गौतम ने भी विधानसभा में दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी और अस्पताल में जांच करने वाली मशीनों के खराब उपकरणों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों में डॉक्टरों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है, जिससे उनके पास जॉब सिक्योरिटी नहीं रहती. ऊपर से उन्हें तीन-तीन महीने तक वेतन नहीं मिलता. इतना ही नहीं, उन्हें जब चाहे नौकरी से निकाल दिया जाता है. ऐसे में वो डॉक्टर काम नहीं कर पाते. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पिछले तीन चार सालों में अस्पताल छोड़कर जाने वाले डॉक्टरों का रिकॉर्ड मंगवाने की मांग की.