नई दिल्लीः आने वाले समय में राजधानी दिल्ली में वाहन चालकों के साथ ही पैदल चलने वाले लोगों की यात्रा भी सुगम होने वाली है. दिल्ली सरकार के बजट में राजधानी में मोबिलिटी बढाने और आम जनजीवन को आसान करने लिए ढांचागत विकास पर जोर दिया गया है. वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को विधानसभा में बजट पेश करते हुए राजधानी की 1400 किलोमीटर की सड़कों को अपग्रेड करने की बात कही है. इससे दिल्ली में रोजाना जाम से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
लेन मार्किंग से अनुशासित होगा यातायात:केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक जेके गोयल ने बताया कि सड़क हादसों का एक प्रमुख कारण लेन मार्किंग न होना भी है. अगर सड़कों पर लेन मार्किंग होगी तो लोग अपनी लेन में चलेंगे और हादसों में कमी आएगी. हालांकि उन्होंने कहा कि लेन मर्किंग के साथ ही उसका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराना भी जरूरी है. लेन बना दी जाए और उसका पालन न करवाया जाए तो लेन मार्किंग का कोई फायदा नहीं होगा.
गौरतलब है कि बसों को लेन में चलने का नियम पिछले साल लागू किया गया, लेकिन कुछ समय के बाद लोगों ने इसका पालन करना बंद कर दिया. अब फिर से लोग बसों के लेन में अपने वाहन लेकर चले जाते हैं. गोयल ने बताया कि दिल्ली की 1400 किमी की सड़कों को अपग्रेड कर दिया जाएगा तो राजधानी में आना-जाना काफी आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा आज के समय दिल्ली की प्रमुख सड़कों को छोड़ दिया जाए तो बहुत से मार्ग जर्जर हैं. कई फ्लाइओवर भी जर्जर हैं, जिनकी मरम्मत किए जाने की जरूरत है.
वरदान साबित होगी मोहल्ला बस योजना:जेके गोयल ने बताया कि अभी दिल्ली के प्रमुख इलाकों में मेट्रो और डीटीसी बसों का बडा नेटवर्क है. जबकि लास्ट माइल कनेक्टिविटी के मामले में ज्यादातर लोग ऑटो और ई रिक्शा पर निर्भर हैं. ऐसे में अगर मोहल्ला बस योजना को सफलता के साथ लागू किया जाता है, तो आम लोगों की यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी.