जयपुर: कृष्णा नागर वन विभाग में एसीएफ के पद पर हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क पहुंचने पर वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने कृष्णा नागर का स्वागत किया. इस दौरान कृष्णा नागर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और कहा कि इस मुकाम तक पहुंचने में काफी मेहनत करनी पड़ी.
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर ने आगे कहा कि सालों की तपस्या सफल हुई है. पैरालंपिक में गोल्ड मेडल (Gold Medal in Tokyo Paralympics) जीतकर बहुत खुशी हुई है. कृष्णा ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और परिजनों को देते हुए कहा कि देश की जनता ने भी काफी सपोर्ट किया है. राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार ने भी काफी सपोर्ट किया है.
उन्होंने कहा कि 3 साल से लखनऊ के कैंप में था, जहां पर काफी मेहनत की घर परिवार से भी दूर रहना पड़ा और खाने-पीने में भी काफी सावधानी रखी. कृष्णा नागर ने बताया कि उन्होंने जयपुर में ही खेलना सीखा था. एसएमएस स्टेडियम में यादवेंद्र सर और मनोज सर में काफी अहम योगदान दिया है. उन्होंने बताया कि मैंने काफी सारे ओपन टूर्नामेंट भी खेले हैं और इससे पहले भी कई मेडल जीते हैं. गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल भी काफी जीते हैं. कृष्णा ने कहा कि पैरालंपिक में पैरा बैडमिंटन पहली बार ऐड हुआ है. इस बार पैरालंपिक में गोल्ड मेडल लाकर काफी गर्व हुआ है. आगे भी अच्छा प्रयास करेंगे.
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