नई दिल्ली: अपने करियर में पहली बार इटेलियन ओपन का खिताब जीतने वाली रोमानिया की सिमोना हालेप 27 सितंबर से पेरिस में शुरु हो रहे क्ले कोर्ट ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन का खिताब जीतकर फिर से नंबर एक पॉजिशन हासिल कर सकती हैं.
विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी 28 वर्षीय हालेप ने रविवार को चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा के फाइनल के दूसरे सेट में रिटायर होने से पहली बार रोम में खिताब जीता था.
नई महिला रैंकिंग में हालांकि टॉप 10 के पहले चार स्थानों में कोई बदलाव नहीं आया है, लेकिन हालेप यदि फ्रेंच ओपन जीतती हैं तो वह फिर से नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगी.
विश्व की नंबर एक खिलाड़ी और गत फ्रेंच ओपन चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी कोरोना के कारण अपनी तैयारियां पूरी ना होने की वजह से फ्रेंच ओपन में अपना खिताब बचाने नहीं उतरेंगी.
बार्टी के ना उतरने से हालेप के पास शीर्ष स्थान पर पहुंचने का मौका रहेगा. वह इससे पहले अक्टूबर 2017 में नंबर एक पॉजिशन पर रही थीं.
टॉप 10 रैंकिंग में पांचवें और छठे स्थान पर ही बदलाव देखने को मिला है. यूक्रेन की एलिना स्वितोलिना एक स्थान उठ कर पांचवें नंबर पर पहुंच गई हैं.
दूसरी ओर, अमेरिका की युवा खिलाड़ी सोफिया केनिन एक स्थान गिरकर छठे नंबर पर खिसक गई हैं. जापान की नाओमी ओसाका अपने तीसरे और इटेलियन ओपन का फाइनल बीच में छोड़ने वाली प्लिसकोवा चौथे स्थान पर बनी हुई हैं.
बता दें कि यह टूर्नामेंट हर साल मई में खेला जाता है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण इसे 4 महीने के लिए टाल दिया गया था. अब यह 27 सितंबर से खेला जाएगा.
फ्रांस में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद इस महीने के आखिर में शुरू होने वाले फ्रेंच ओपन में दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत रहेगी. ऑर्गेनाइजर्स ने क्ले कोर्ट के इस इकलौते ग्रैंड स्लैम के लिए हेल्थ प्रोटोकॉल भी जारी किए है. इसके तहत खिलाड़ियों का हर पांचवें दिन कोरोना टेस्ट होगा.