हैदराबाद:टेनिस में इन दिनों ग्रैंड स्लैम के मुकाबलों में आए दिन उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं. इस साल आयोजित हुए फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला वर्ग के मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है.
टूर्नामेंट के चौथे दौर में महिला एकल में शीर्ष वरीय सिमोना हालेप का मुकाबला 19 साल की पोलैंड की इगा स्वियातेक से था. इगा ने बड़ा उलटफेर करते हुए हालेप को बाहर कर सनसनी मचा दी. इसके साथ ही इगा ने उस हार का भी बदला चुकता किया है.
इगा ने सिमोना को हराकर पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के क्वॉटरफाइनल में जगह बनाई है. दिलचस्प बात ये है कि एक साल पहले, इसी टूर्नामेंट में हालेप ने मात्र 45 मिनट में इगा को हराकर बाहर का रास्ता दिखाया था और अब इगा ने भी यही किया है.
19 वर्षीय इगा पोलैंड के एक छोटे से गांव - रेजजिन में रहती हैं.
स्वियातेक ने सात ITF एकल खिताब जीते हैं. उनको पूर्व पोलिश टेनिस खिलाड़ी पिओटर सीरजपुटोव्स्की ने कोचिंग दी है. सीरजपुटोव्स्की अपनी किशोरावस्था के दौरान टेनिस खेला करते थे, लेकिन सीनियर लेवल पर अपना नाम नहीं बना पाए.
इगा के पिता टॉमस स्वियातेक एक पूर्व ओलंपिक रोवर हैं, जिन्होंने सियोल में 1988 के समर ओलंपिक में पुरुषों की क्वाडरपल स्कल्स प्रतियोगिता में भाग लिया था.
दिलचस्प बात ये है कि स्वियातेक ने टेनिस खेलना सिर्फ इसलिए शुरू किया क्योंकि वो अपनी बड़ी बहन को हराना चाहती थीं.
जब रॉलैंड गैरोस में आठवें दिन हालेप और स्वियातेक कोर्ट पर आई तों इसमें कोई शक नहीं कि हालेप ही फेवरेट थीं, हालांकि इस मैच के बाद नतीजा बिल्कुल ही बदल गया और एक नए स्टार का जन्म हुआ.
स्वियातेक ने हालेप के खिलाफ कमाल का खेल दिखाया. हालांकि महिला और पुरुष एकल ड्रॉ में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिले हैं, लेकिन हालेप का बाहर होना सबसे अविश्वसनीय था.
कई समीक्षक, जिन्होंने स्वियातेक के सफर को देखा है उन्हें ये उम्मीद थी कि वो हालेप को एक कड़ा मुकाबला देंगी, लेकिन किसी ने भी ये नहीं सोचा था कि इगा सीधे सेटों में हालेप को मात देंगी.
19 साल की इगा महिला ड्रॉ में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी ने पूर्व विश्व नंबर पर अपनी जीत के बारे में बात करते हुए कहा, "यहां तक कि मैं खुद परिणाम से हैरान हूं."
स्वियातेक ने आगे कहा, मुझे लगा कि मैं अच्छी तरह से खेल रही हूं. मैं पूरे मैच के दौरान खुद को फोकस्ड रख रही थी, यहां तक कि मैं बहुत आश्चर्यचकित थी कि मैं ऐसा भी कर सकती हूं."
टूर्नामेंट में स्वियातेक की एकमात्र चुनौती अब अपने उत्साह को नियंत्रित करना और अगले सप्ताह में अपना ये फॉर्म बनाए रखना है.
खेले गए अब तक चार मैचों में इस19 साल के खिलाड़ी ने महज 13 सेट गंवाए हैं. अगले दौर में उनका मुकाबला इटली की मार्टिना ट्रेविसन से हैं, जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए पांचवीं वरीयता प्राप्त किकी बर्टेंस को 6-4, 6-4 से हराया था.
स्वियातेक की इस जीत की सबसे बड़ी बात ये है कि क्ले कोर्ट दोनों ही खिलाड़ियों के लिए उनका कमफर्ट जोन है और फ्रेंच ओपन के शुरू होने से पहले कईयों ने हालेप को अगली क्ले क्वीन का तमगा दे दिया था.