पेरिस: चेक गणराज्य की गैरवरीयता प्राप्त खिलाड़ी बारबोरा क्रेसीकोवा ने शनिवार को यहां रोलां गैरों में जारी फ्रेंच ओपन का महिल एकल खिताब जीत लिया. 40 साल के बाद किसी चेक महिला ने यह खिताब जीता है. वर्ल्ड नम्बर-33 बारबोरा ने फाइनल मुकाबले में वर्ल्ड नम्बर-31 रूस की अनास्तासिया पाव्लुचेंकोवा को 6-1, 2-6, 6-4 से हराया. अनास्तासिया भी अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीतने के लिए प्रयासरत थीं.
बारबोरा से पहले 1981 में हाना मेंडलिकोवा ने फ्रेंच ओपन खिताब जीता था. वह यह मुकाम हासिल करने वाली पहली चेक महिला खिलाड़ी बनी थीं.
बारबोरा के लिए खुशी की बात यह रही कि चेक गणराज्य में जन्मीं महान टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने उन्हें ट्राफी भेंट की.
बारबोरा, लातवियाई जेलेना ओस्टापेंको और पोलैंड की इगा स्विएटेक के बाद पिछले पांच वर्षों में रोलां गैरो खिताब जीतने वाली तीसरी गैर-वरीयता प्राप्त खिलाड़ी है. जेलेना ने 2017 और स्विएटेक ने बीते साल यह खिताब जीता था.
25 वर्षीय बारबोरा, जिन्होंने दो ग्रैंड स्लैम महिला युगल और तीन मिश्रित युगल खिताब जीते हैं को 2018 में नंबर-1 युगल खिलाड़ी का ओहदा प्राप्त था. अब उनके नाम एकल खिताब भी जुड़ गया है. साथ ही इससे उनकी एकल रैंकिंग भी बेहतर होगी.
बारबोरा यहां खिताब का क्लीन स्वीप भी कर सकती हैं, क्योंकि वह महिला युगल के फाइनल में भी हैं. रविवार को, बारबोरा 2000 में फ्रांस की मैरी पियर्स के बाद एकल और युगल दोनों फ्रेंच ओपन खिताब जीतने वाली पहली महिला बन सकती हैं क्योंकि वह और हमवतन कतेरीना सिनियाकोवा खिताब के लिए पोलैंड की इगा और अमेरिकी बेथानी माटेक-सैंड्स खेलने के लिए तैयार हैं.