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बोपन्ना के रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक करने के मामले को आचरण समिति को भेजेगा AITA

बोपन्ना और सानिया मिर्जा की टिप्पणियों से बनी नकारात्मक धारणा को स्पष्ट करने का प्रयास करते हुए एआईटीए ने बताया कि किस तरह उन्होंने 28 जून से 16 जुलाई के बीच खेलों में प्रवेश को लेकर बोपन्ना और दिविज शरण का मामला उठाया.

AITF and Rohan Bopanna controversy update
AITF and Rohan Bopanna controversy update

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Published : Jul 21, 2021, 10:33 AM IST

नई दिल्ली: अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) के महासचिव अनिल धूपर के साथ बातचीत को सार्वजनिक करने के रोहन बोपन्ना के मामले को AITA की आचरण और प्रबंध समिति के पास भेजा जाएगा। एआईटीए ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

AITA ने साथ ही टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष युगल टीम के क्वालीफिकेशन को लेकर अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) के साथ अपना पूरा संवाद जारी किया.

बोपन्ना और सानिया मिर्जा की टिप्पणियों से बनी नकारात्मक धारणा को स्पष्ट करने का प्रयास करते हुए एआईटीए ने बताया कि किस तरह उन्होंने 28 जून से 16 जुलाई के बीच खेलों में प्रवेश को लेकर बोपन्ना और दिविज शरण का मामला उठाया.

ईमेल में खुलासा हुआ कि दो जुलाई को AITA ने आईटीएफ से स्पष्टीकरण मांगा कि वैश्विक संस्था ने कैसे अमेरिका (संयुक्त रैंकिंग 118), स्पेन (संयुक्त रैंकिंग 170) और पुर्तगाल (संयुक्त रैंकिंग 204) को पुरुष युगल में जगह दे दी जबकि उनकी संयुक्त रैंकिंग बोपन्ना और दिविज की 113 की संयुक्त रैंकिंग से कम थी.

एक अन्य ईमेल में AITA ने ITF से अपील की कि टोक्यो खेलों में प्रवेश के लिए बोपन्ना और दिविज की 2018 एशियाई खेलों की उपलब्धि पर गौर करे. ITF ने हालांकि 2018 में ही घोषणा कर दी थी कि एशियाई खेलों के एकल विजेताओं को ही महाद्वीपीय कोटा मिलेगा.

एआईटीए ने ये ईमेल बोपन्ना के उस ट्वीट के बाद सार्वजनिक किए हैं जिसमें उन्होंने वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग पोस्ट की थी. इस वीडियो रिकॉर्डिंग में धूपर को यह कहते हुए सुना गया था कि आईटीएफ ने पुरुष युगल में बोपन्ना और सुमित नागल का आवेदन स्वीकार कर लिया है.

धूपर को कहते हुए सुना गया कि शायद कल हमें अच्छी खबर (क्वालीफिकेशन की) मिल जाए.

बोपन्ना ने जब स्पष्ट तौर पर पूछा कि क्या उनकी और नागल की प्रविष्टि को स्वीकार कर लिया गया है तो धूपर ने सकारात्मक जवाब दिया.

बोपन्ना का कहना है कि आखिर AITA ने उन्हें क्वालीफिकेशन की झूठी उम्मीद क्यों दी.

धूपर ने पीटीआई से कहा, "फोन कॉल को रिकॉर्ड करने और सार्वजनिक करने के कदम को स्वीकार नहीं किया जाएगा. ITF की प्रबंध समिति और आचरण समिति इस पर गौर करेगी."

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उन्होंने कहा, "ये दो समितियां फैसला करेंगी कि बोपन्ना के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जरूरत है या नहीं."

उन्होंने कहा, "मुझे डर है कि संभावना बने कि हम खिलाड़ियों से सिर्फ ईमेल के जरिए बात करें जिससे कि सभी चीजें पूरी तरह स्पष्ट हों. वे फोन कॉल को रिकॉर्ड करके सार्वजनिक नहीं कर सकते."

धूपर ने कहा, "अगर अन्य खेल महासंघ बोपन्ना ने जो किया उस पर ध्यान देते हैं और अपने खिलाड़ियों के साथ संवाद के तरीके में बदलाव करते हैं तो मुझे हैरानी नहीं होगी."

ये पूछने पर कि क्या भारत की डेविस कप टीम में चयन के लिए बोपन्ना के नाम पर विचार किया जाएगा तो धूपर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

खिलाड़ियों से उपलब्धता के बारे में पूछने के बाद आम तौर पर चयन समिति को 15 खिलाड़ियों का नाम दिया जाता है जिसमें से पांच सदस्यीय टीम का चयन होता है.

भारत को डेविस कप मुकाबले में सितंबर में फिनलैंड से उसकी सरजमीं पर भिड़ना है.

यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब यह सामने आया कि एआईटीए ने कहा है कि उसने दिविज का नाम वापस ले लिया है और बोपन्ना की नागल के साथ जोड़ी बनाई है जिससे कि भारत के पास पुरुष युगल में क्वालीफाई करने का बेहतर मौका होगा.

आईटीएफ ने नियमों का हवाला देकर कहा कि बदलाव संभव नहीं होगा और अगर भारत बोपन्ना के साथ नागल की जोड़ी बनाता है तो नई जोड़ी क्वालीफाई नहीं कर पाएगी.

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