Year Ender 2023: एशियन पैरा गेम्स में भारतीय एथलीटों ने रचा इतिहास, उनके शानदार सफर पर डालिए फिर से एक नजर - asian para games 2023
इस साल भारत ने खेल के क्षेत्र में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है. भारत के पैरा एथलीटों ने भी एशियन पैरा गेम्स 2023 में बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारत का नाम रोशन किया. तो आइए इस साल के अंत से पहले एक बार फिर उनके बेहतरीन प्रदर्शन पर एक नजर डालेत हैं.
नई दिल्ली:खेल के हिसाब से भारत लिए साल 2023 बेहतरीन रहा है. इस साल भारतीय पैरा-एथलीटों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए भारत नाम रोशन किया. एशियन पैरा खेल 2023 में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा. ये टूर्नामेंट 22 से 28 अक्टूबर तक चीन के हांगझोऊ में आयोजित किया गया था. भारत ने इस टूर्नामेंट में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया और कुल 111 पदक देश की झोली में डाले. इस प्रतियोगिता में भारत के पैरा-एथलीटों ने अपना जलवा दिखाते हुए कुल 29 गोल्ड मेडल, 31 सिल्वर मेडल और 51 बॉन्ज मेडल अपने नाम किए. इसके साथ ही भारत मेडल टेली में नंबर 5 पर रहा था.
2018 से 2023 में भारत ने हासिल किया बेहतर मुकाम भारत ने इस टूर्नामेंट में साल 2018 में केवल 72 मेडल अपने नाम किए थे. एशियन पैरा गेम्स 2018 में भारत ने 15 गोल्ड मेडल हासिल किए थे. भारत ने साल 2023 में अपने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया इतिहास रचा और एशियन पैरा गेम्स 2023 में 29 गोल्ड मेंडल के साथ कुल 111 मेडल अनपे नाम किए. ये एशियन पैरा गेम्स में भारत का सर्वेश्रेष्ठ प्रदर्शन है. भारत के 303 एथलीटों ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. इनमें 191 पुरुषों और 112 महिलाओं प्रतिभागी शामिल थे, जबकि 2018 एशियन पैरा गेम्स में 190 भारतीय एथलीटों ने हिस्सा लिया था.
टूर्नामेंट में भारत ने बनाए तीन विश्व रिकॉर्ड इस टूर्नामेंट में भारत के एथलीट्स ने तीन विश्व रिकॉर्ड भी तोड़े और अपने नाम किए. भारत ने भाला फेंक में दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए. भाला फेंक में गुर्जर सुंदर सिंह ने F46 स्पर्धा में 68.60 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीत विश्व रिकॉर्ड बनाया तो वहीं सुमित ने F64 में 73.29 मीटर के साथ विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया. इसके साथ ही पुरुष कंपाउंड टीम ने भारत की ओर से तीसरा विश्व रिकॉर्ड बनाया.
इन खिलाड़ियों ने भारत की ओर से बिखेरा जलवा
भारत के लिए बिना हाथ वाली जम्मू कश्मीर की 16 साल की शीतल देवी ने एशियाई पैरा खेलों 2023 में 3 मेडल जीते और इतिहास रच दिया. इन तीन मेडल में से 2 गोल्ड मेडल थे.
भारत के लिए पैरा-बैडमिंटन प्लेयर प्रमोद भगत ने पुरुष एकल एसएल3 वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया.
सचिन सर्जेराव ने पुरुष एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में 16.03 मीटर के थ्रो के साथ भारत को गोल्ड मेडल दिलाया.
सूरमा ने पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में स्वर्ण जीता. उन्होंने 30.01 मीटर के प्रयास के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया.
अंकुर ढाका ने पुरुष 1500 मीटर-टी11स्पर्धा में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया.
सिद्धार्थ बाबू ने शूटिंग में R6 - मिश्रित 50 मीटर राइफल प्रोन SH1 में गोल्ड मेडल हासिल किया.
शतरंज में सतीश इनानी दर्पण/कुमार प्रधान सौंदर्या/अश्विनभाई कंचनभाई मकवाना ने पुरुष टीम रैपिड VI-B1 में भारत को गोल्ड मेंडल दिलाया.
कैसा था मेडल डेली का हाल इस टूर्नामेंट में मेजबानी चीन समेत कुल 10 देशों ने हिस्सा लिया था, जिसमें ईरान, जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, उज्बेकिस्तान, फिलिपींस, हांगकांग, चीन और भारत शामिल था. इस टूर्नामेंट में मेजबान चीन ने के एथलीट्स ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था. उन्होंने अपने देश को सबसे ज्यादा 521 मेडल दिलाए. चीन इस टूर्नामेंट में 500 से ज्यादा मेडल जीतने वाले एकलौता देश था.