चंडीगढ़: यौन शोषण आरोप मामले में भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन से पहलवानों ने ब्रेक लिया है. महिला पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने ट्वीट कर कहा है कि अगले कुछ समय के लिए वो सोशल मीडिया से ब्रेक ले रही हैं.
ये भी पढ़ें:फिर आमने-सामने प्रदर्शनकारी पहलवान और योगेश्वर दत्त, फेसबुक लाइव कर एक दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप
पहलवानों ने सोशल मीडिया से लिया ब्रेक: हालांकि पहलवानों ने ये नहीं बताया है कि सोशल मीडिया से ब्रेक लेने के पीछे का क्या कारण है. ऐसे में फैंस कई तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं. ऐसे में कई तरह के सवाल सामने आ रहे हैं. साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के इस फैसले पर ट्विटर पर उनके फैंस लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कुछ लोग पहलवानों से सवाल करते नजर आ रहे हैं तो कुछ लोग लगातार साथ देने की बात कर रहे हैं.
पहलवान अब सड़क पर नहीं कोर्ट में लड़ेंगे अपनी लड़ाई: इसके साथ ही महिला पहलवान विनेश फोगाट ने ट्विटर पर लिखा है, 'सरकार के साथ 7 जून को हुई वार्ता में सरकार ने पहलवानों के साथ जो वादे किए उन पर अमल करते हुए सरकार ने उस कड़ी में महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा महिला उत्पीड़न एवं यौन शोषण के संबंध में की गई शिकायतों के मामले में 6 महिला पहलवानों द्वारा दर्ज एफआईआर की पूर्ण जांच करके 15 जून को चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी गई है. इस केस में पहलवानों की लड़ाई सड़क की जगह कोर्ट में तब तक लड़ी जाएगी जब तक न्याय नहीं मिल जाता.'
इसके अलावा विनेश फोगाट ने लिखा है, 'कुश्ती संघ के सुधार के संबंध में नई कुश्ती संघ चुनाव की प्रक्रिया वादे के अनुसार शुरू हो गई है. इस संबंध में सरकार ने जो वादे किए हैं, उस पर अमल होता है कि नहीं इसका इंतजार रहेगा.'
ये भी पढ़ें:पहलवान आंदोलन में विपक्ष की साजिश पर साक्षी मलिक का बड़ा खुलासा, बीजेपी के इन नेताओं ने लिया था धरने का परमीशन
10 अगस्त के बाद ट्रायल कराने की मांग: वहीं, इसके अलावा पहलवानों ने खेल मंत्रालय से ट्रायल को 10 अगस्त कराने के बाद मांग की है. इस संबंध में पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विटर पर एक पत्र जारी किया है. पत्र में लिखा है, 'हम आंदोलित पहलवानों ने ट्रायल्स को सिर्फ आगे बढ़ाने के लिए चिट्ठी लिखी थी, क्योंकि पिछले 6 महीने से आंदोलन में शामिल होने के कारण हम प्रैक्टिस नहीं कर पाए. इस मामले की गंभीरता को हम समझते हैं इसलिए यह चिट्ठी आपसे साझा कर रहे. दुश्मन पहलवानों की एकता में सेंध लगाना चाहता है. उसे कामयाब न होने दें.'
ये भी पढ़ें:Wrestlers Protest: साक्षी मलिक को बबीता फोगाट ने बताया कांग्रेस प्रवक्ता, कहा- राजनीति करनी है तो खुलकर आएं सामने
IOA ने खेल संघों से 30 जून तक मांगी है खिलाड़ियों की सूची: बता दें कि आगामी चैंपियनशिप को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने खेल संघों से 30 जून तक खिलाड़ियों की सूची मांगी है. ऐसे में आईओए को सभी भारतीय खिलाड़ियों के नाम 15 जुलाई तक ओलंपिक परिषद (ओसीए) को भेजने होंगे. हालांकि आईओए ने कुश्ती मामले में ओसीए से 10 अगस्त तक का समय मांगा है. ऐसे में देखना यह है कि कुश्ती में शामिल होने वाले पहलवानों के नाम कब तक भेजे जाते हैं.