नई दिल्ली : भारत में 2023 में महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप होगी जबकि दो साल पहले जरूरी फीस जमा नहीं करने की वजह से भारत से पुरूष विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी छीन ली गई थी. भारत में कभी पुरूष विश्व चैम्पियनशिप नहीं हुई है लेकिन तीसरी बार महिला चैम्पियनशिप होगी. इससे पहले दिल्ली में 2006 और 2018 में चैम्पियनशिप हो चुकी है.
भारतीय मुक्केबाजी के लिए एक और बड़ी खुशी आई है क्योंकि भारत को 2023 महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप का मेजबान चुना गया है. बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी गई. इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट उमर क्रिमलेव और बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट अजय सिंह के बीच समझौता साइन किया गया. वर्तमान विश्व चैंपियन निखत जरीन भी इस मौके पर वहां मौजूद थी. गौरतलब है कि आईबीए के अध्यक्ष क्रिमलेव पहली बार भारत के दौरे पर आए हैं. 2020 में प्रेसिडेंट बनने के बाद इस खेल को पूरे विश्व में फैलाने के लिए क्रिमलेव लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
क्रिमलेव ने कहा, "यह मेरा पहला सफर है और यह अब तक काफी शानदार रहा है. भारत बॉक्सिंग के लिए काफी जोशीला देश है और यहां वल्र्ड चैंपियनशिप का आयोजन कराना एक शानदार मौका होगा कि अधिक महिलाओं को इस खेल में आने के लिए प्रेरित किया जा सके और खेल को पहले से कहीं अधिक प्रसारित किया जा सके. बीएफआई ने भारत में बॉक्सिंग को बढ़ावा देने के लिए काफी ज्यादा काम किया है और मुझे भरोसा है कि वे ऐसा इवेंट होस्ट करेंगे जिसे हमेशा याद रखा जाएगा."
बीएफआईऔर आईबीए मिलकर एक ऐतिहासिक बाउट रिव्यू सिस्टम लाने के लिए भी काम करेंगी. कुल मिलाकर प्राइज पूल की बात करें तो लगभग 19.50 करोड़ रुपये की इनामी राशि रखी जाएगी. गोल्ड मेडल जीतने वाली बॉक्सर को लगभग 81 लाख रुपये मिलेंगे. हालिया कुछ वर्षों में भारत में बॉक्सिंग की लोकप्रियता में उछाल देखने को मिला है. विश्व चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे ग्लोबल और मल्टी-इवेंट कम्पटीशन में भारत लगातार टॉप-5 में फिनिश कर रहा है.
बीएफआई के प्रेसीडेंटअजय सिंह ने कहा, "हम काफी खुश हैं कि नई दिल्ली को 2023 वल्र्ड चैंपियनशिप का होस्ट बनाया गया है. सात साल के अंदर तीन बड़ी चैंपियनशिप को होस्ट करने के साथ भारत ने अपनी क्षमता दिखाई है. इससे यह भी साफ होता है कि बॉक्सिंग जगत में भारत का महत्व काफी अधिक है. इतने बड़े टूर्नामेंट के भारत में होने से महिलाओं को प्रेरणा मिलेगी कि वे भी इस खेल को अपना सकें. हम आईबीए प्रेसिडेंट उमर क्रिमलेव का भारत में स्वागत करते हैं. काफी कम समय में उन्होंने खेल को पूरी तरह से बदल दिया है. आईबीए और बीएफआई दोनों की एक ही लक्ष्य है कि खेल को बड़े लेवल तक लेकर जाएं."
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के महासचिव हेमंत कलीता ने कहा , हमें महिला विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी मिली है और अब मार्च के आखिर में और अप्रैल के पहले सप्ताह में इसका आयोजन करेंगे. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष उमर क्रेमलोव भारत के पहले दौरे पर हैं और उनकी यात्रा के दौरान ही टूर्नामेंट की तारीखें तय होंगी.