नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज महासंघ (बीएफआई) को उम्मीद है कि मुक्केबाजों को जल्द ही पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्ट्स (एनएसआई) में ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत दी जाएगी.
कैम्प को 10 जून से शुरू करने के लिए प्रशासन से मंजूरी नहीं मिलने के बाद उन मुक्केबाजों के कैम्प को कर्नाटक के बेलारी स्थित जेएसडब्ल्यू के इंस्पायर इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्ट स्थानांतरित कर दिया गया, जो टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.
बीएफआई के महासचिव जय कोवली ने कहा, "उन्होंने हमारे मुद्दों को सुना है और वे हमसे संपर्क करेंगे."केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू की मंगलवार को राष्ट्रीय खेल संघों के अध्यक्षों व महासचिवों के साथ बैठक में कई मुद्दों के साथ यह मुद्दा भी उठाया गया.उन्होंने कहा, "हमारी तरफ से हमने मंत्री को अपनी मौजूदा स्थिति से अवगत करा दिया है. मुक्केबाज बेचैनी की तरह महसूस कर रहे हैं। हर किसी के पास मैरी कॉम जैसी सुविधाएं नहीं है. मैरी कॉम के पास अपने घर में ट्रेनिंग करने की सुविधा है, लेकिन सभी मुक्केबाजों के पास ऐसा नहीं है."पुरुष टीम के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सेंटियागो निएवा भी अभी तक बेलारी में बाकी मुक्केबाजों के साथ नहीं जुड़ पाए हैं. महासचिव ने कहा, "वह अभी भी पटियाला में फंसे हुए हैं और उन्हें ट्रेनिंग करने की अनुमति नहीं दी गई है. कुछ मुक्केबाजों को बेलारी स्थानांतरित किया गया है। हमने अनुरोध किया है कि इस मामले पर जल्द कोई फैसला लिया जाए."उन्होंने कहा, " जब तक सरकार कोई फैसला नहीं देती है, हम कुछ नहीं कर सकते. सरकार जो कुछ भी करे, हम उसके साथ चलेंगे. ब्रिटेन जैसे कई देश अपने कैम्प शुरू कर चुके हैं, इसलिए उनके मुक्केबाजों की बेहतर तैयारी होगी."