नई दिल्ली: भारत के शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ियों में शामिल शिवपाल सिंह (Shivpal Singh) को नाडा (राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी) के डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल द्वारा पिछले साल डोप परीक्षण में विफल रहने के कारण चार साल के लिए खेल से निलंबित कर दिया गया है. टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले शिवपाल को पिछले साल अक्टूबर में प्रतियोगिता से बाहर परीक्षण में विफल होने के बाद अस्थायी निलंबन के तहत रखा गया था. उनके नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ मेटांडाईओनोन की पुष्टि हुई थी.
उत्तर प्रदेश के 27 साल के एथलीट के लिए प्रतिबंध की अवधि पिछले साल 21 अक्टूबर से शुरू हुई थी और उनकी निलंबन की अवधि अक्टूबर 2025 तक होगी. डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल ने अगस्त में ही यह फैसला दिया लेकिन आश्चर्यजनक रूप से नाडा की वेबसाइट पर कोई विस्तृत आदेश अपलोड नहीं किया गया था. शिवपाल का परीक्षण टोक्यो ओलंपिक के बाद किया गया था जब कोई राष्ट्रीय शिविर नहीं चल रहा था. उनका नाम पिछले साल 15 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक के शिविर के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा घोषित एथलीटों की सूची में था. लेकिन शिविर को इस साल 31 मार्च तक बढ़ाने के बाद इससे उनका नाम हटा दिया गया था.