दोहा :किसी भी बड़े आयोजन के बाद सवाल यह उठाता है कि उससे जुड़े बुनियादी ढांचे का अब क्या होगा. फीफा विश्व कप के बाद कतर के स्टेडियम भी इसी सवाल से गुजरेंगे लेकिन इन्हें लेकर पहले से ही योजना बनाई गई है.
स्टेडियम 974 ने सात मैच की मेजबानी की. सोमवार को प्री क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया पर ब्राजील की 4-1 की जीत के साथ इसने अपने अंतिम विश्व कप मुकाबले की मेजबानी कर ली. कतर के लोगों का कहना है कि ये स्टेडियम अब खत्म हो जाएगा लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा कब होगा. यह खाड़ी देश जल्द ही फुटबॉल एशियाई कप, एशियाई खेलों और शायद एक ओलंपिक भी आयोजित करेगा.
विश्व कप स्टेडियमों के लिए फीफा की जरूरत और कतर के इन स्टेडियमों का क्या होगा इस पर एक नजर डालते हैं.
फीफा के विश्व कप मेजबान के आयोजन स्थलों की योजना को लेकर स्पष्ट निर्देश हैं. मेजबान को एक मुख्य स्टेडियम तैयार करना होगा जो फाइनल की मेजबानी करेगा और इसकी क्षमता कम से कम 80,000 दर्शकों की हो. इसके अलावा कम से कम 60,000 दर्शकों की क्षमता वाला एक और स्टेडियम जो सेमीफाइनल की मेजबानी करे. इसके अलावा कम से कम 40,000 से अधिक दर्शकों की क्षमता वाले कुछ और स्टेडियम. हालांकि फीफा ने रूस को चार साल पहले दो स्टेडियम की क्षमता 35,000 से कम करने की स्वीकृति दे दी थी.
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कतर ने जब 2010 में मेजबानी के अधिकार के लिए बोली लगाई और उसे जीता तब उसने 12 स्टेडियम तैयार करने की योजना बनाई थी. तीन साल की तैयारियों के बाद हालांकि स्टेडियम की संख्या घटाकर आठ कर दी गई. इनमें से सात को पूरी तरह से नया बनाया जाना था जबकि ट्रैक एवं फील्ड में 2019 विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी वाले खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का नवीनीकरण किया जाना था.
फीफा ने इसे स्वीकार कर लिया क्योंकि कतर के फुटबॉल को इतने सारे स्टेडियम की जरूरत नहीं थी. साथ ही कतर को 12 टीम की कतर स्टार्स लीग के लिए इतने बड़े स्थलों की जरूरत नहीं थी क्योंकि इन मुकाबलों के लिए कुछ हजार लोग ही स्टेडियम में पहुंचते हैं.