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बेहतर मुक्केबाज बनने के लिए हिंदी सीख रही हैं बेबीरोजीसाना, जानिए वजह - World Youth Championships

एशियाई युवा चैम्पियन मुक्केबाज मणिपुर की बेबीरोजीसाना चानू इन दिनों कठिन प्रशिक्षण ले रही हैं और बेहतर मुक्केबाज बनने के लिए हिंदी भी सीख रही हैं. इसका मकसद ये है कि वो कोचों के साथ बेहतर संवाद कर सकें और एक बेहतर खिलाड़ी बन सकें, क्योंकि उनका लक्ष्य अप्रैल में होने वाली विश्व यूथ चैंपियनशिप पोडियम फिनिश करना है.

Babyrojisana Chanu
Babyrojisana Chanu

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Published : Feb 27, 2021, 7:10 PM IST

नई दिल्ली: इंफाल के बाहरी इलाके के एक छोटे किसान की बेटी, 17 वर्षीय मुक्केबाज को हाल ही में इम्फाल स्थित मैरीकोम बॉक्सिंग अकादमी से भारतीय खेल प्राधिकरण के प्रशिक्षण केंद्र, रोहतक स्थानांतरित किया गया है.

यूथ डेवलपमेंट कोच भाष्कर भट्ट ने एक समाचार एजेंसी से कहा, फिलहाल, उनके और कोचिंग स्टाफ के बीच एक संवाद का अंतर है क्योंकि वह हिंदी भाषा से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि वो कैंप में रहते हुए उत्तर भारत के अन्य एथलीटों के साथ बेहतर संवाद करें ताकि वो समझ सकें कि हम क्या चाहते हैं.

एशियाई युवा चैम्पियन मुक्केबाज मणिपुर की बेबीरोजीसाना चानू

भाषा की बाधा के बावजूद, मोंटेनेग्रो में बुडवा में हाल ही में संपन्न एड्रियाटिक पर्ल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में बेबीरोजीसाना ने महिलाओं के 51 किलोग्राम वजन में स्वर्ण जीता था. भट्ट के अनुसार, बेबीरोजीसाना में एक बेहतर मुक्केबाज बनने की क्षमता है. वो कहते हैं, जिस दिन वो आराम से शिविर में कोचिंग स्टाफ के साथ संवाद करने में सक्षम होंगी, वह रिंग में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगी.

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सीजन-ओपनिंग अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में स्वर्ण जीतने के बाद, मणिपुरी मुक्केबाज ने खुलासा किया कि उनका अगला लक्ष्य अप्रैल में विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना है. बेबीरोजीसाना ने आईएएनएस को बताया, मैं वैश्विक आयोजन से पहले बहुत सुधार कर रही हूं क्योंकि मेरे अधिकांश प्रतिद्वंद्वी लंबे हैं. अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए मुझे बहुत मेहनत करनी होगी.

उसकी अगली परीक्षा 10-24 अप्रैल से पोलिश शहर केल्स में आयोजित होने वाली विश्व युवा चैंपियनशिप में होगी.

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