नई दिल्ली: इंफाल के बाहरी इलाके के एक छोटे किसान की बेटी, 17 वर्षीय मुक्केबाज को हाल ही में इम्फाल स्थित मैरीकोम बॉक्सिंग अकादमी से भारतीय खेल प्राधिकरण के प्रशिक्षण केंद्र, रोहतक स्थानांतरित किया गया है.
यूथ डेवलपमेंट कोच भाष्कर भट्ट ने एक समाचार एजेंसी से कहा, फिलहाल, उनके और कोचिंग स्टाफ के बीच एक संवाद का अंतर है क्योंकि वह हिंदी भाषा से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि वो कैंप में रहते हुए उत्तर भारत के अन्य एथलीटों के साथ बेहतर संवाद करें ताकि वो समझ सकें कि हम क्या चाहते हैं.
भाषा की बाधा के बावजूद, मोंटेनेग्रो में बुडवा में हाल ही में संपन्न एड्रियाटिक पर्ल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में बेबीरोजीसाना ने महिलाओं के 51 किलोग्राम वजन में स्वर्ण जीता था. भट्ट के अनुसार, बेबीरोजीसाना में एक बेहतर मुक्केबाज बनने की क्षमता है. वो कहते हैं, जिस दिन वो आराम से शिविर में कोचिंग स्टाफ के साथ संवाद करने में सक्षम होंगी, वह रिंग में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगी.