हैदराबाद: युवा बैडमिंटन खिलाड़ी तसनीम मीर बीडब्ल्यूएफ जूनियर रैंकिंग के अंडर-19 बालिका एकल वर्ग में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन गईं हैं. वह यह मुकाम हासिल करने वाली पहली भारतीय शटलर हैं.
बता दें, गुजरात की रहने वाली 16 साल की तसनीम को पिछले साल शानदार प्रदर्शन का फायदा मिला, जिसमें उन्होंने तीन जूनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीते थे. इससे वह तीन पायदान के फायदे से जूनियर विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने में सफल रहीं.
तसनीम ने क्या कहा?
तसनीम मीर ने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा, मैं यह नहीं कह सकती कि मुझे इसकी उम्मीद थी. मुझे लगा कि मैं नंबर 1 नहीं बन पाऊंगी, क्योंकि टूर्नामेंट कोरोना के चलते प्रभावित हो रहे थे. लेकिन मैंने बुल्गारिया, फ्रांस और बेल्जियम में तीन इवेंट जीते. इसलिए मैं वास्तव में उत्साहित और खुश हूं कि आखिरकार मैं दुनिया की नंबर एक बन गई. यह मेरे लिए बहुत अच्छा क्षण है.
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तसनीम ने कहा, अब मैं पूरी तरह से सीनियर सर्किट पर ध्यान केंद्रित करूंगी और अगले महीने ईरान और युगांडा में खेलने को लेकर उत्साहित हूं. मेरा लक्ष्य अब अपनी सीनियर रैंकिंग में सुधार करना है. अगर मैं कुछ अच्छे प्रदर्शन करके साल के अंत तक शीर्ष 200 में पहुंच जाऊं तो यह बहुत अच्छा होगा.
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बताते चलें, तसनीम ने जो मुकाम हासिल किया है वो सिंधु और साइना नेहवाल भी नहीं कर पाईं थीं. सिंधु अंडर-19 के दिनों में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी थीं. तेलंगाना की सामिया इमाद फारूकी इसके करीब आईं, लेकिन दूसरे स्थान पर ही पहुंच सकीं.
तसनीम मीर के पिता गुजरात पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर हैं. तसनीम ने जूनियर इंटरनेशल लेवल पर अब तक चार खिताब जीते हैं. इसमें बुल्गारियन जूनयिर चैंपियनशिप, एलप्स इंटरनेशनल और बेल्जियम जूनियर टूर्नामेंट भी शामिल है.