नई दिल्ली : लुसाने डायमंड लीग जीतने के बाद ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने शनिवार को कहा कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बहुत दूर थे और एक महीने के लंबे ब्रेक के बाद वापसी पर वास्तव में काफी नर्वस महसूस कर रहे थे. पिछले महीने प्रशिक्षण के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव के कारण 25 वर्षीय भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी ने पहली तीन शीर्ष प्रतियोगिताओं को छोड़ दिया था. लेकिन उन्होंने धमाकेदार वापसी करते हुए यहां पांचवें प्रयास में 87.66 मीटर की थ्रो के साथ डायमंड लीग का खिताब जीता. नीरज ने शुक्रवार देर रात अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों जर्मनी के जूलियन वेबर (87.03 मीटर) और चेक गणराज्य के जैकब वडलेज (86.13 मीटर) को मामूली अंतर से हराया. यह चोपड़ा ने दो साल में दूसरी लुसाने डायमंड लीग जीत थी.
चोपड़ा ने कहा कि 'चोट से वापस आने पर मैं थोड़ा घबराया हुआ महसूस कर रहा था. आज रात यहां थोड़ी ठंड थी. मैं अभी भी अपने सर्वश्रेष्ठ से दूर हूं. लेकिन मुझे लगता है कि यह बेहतर हो रहा है. मुझे राहत है कि यह मेरे लिए अच्छा हो रहा है. एक जीत और मैं इसे खुशी से लूंगा'. ओलंपिक चैंपियन ने आगे कहा वह जीतना चाहते थे इसलिए वह परिणामों से बहुत खुश हैं. लेकिन वह प्रशिक्षण पर वापस जाना चाहते हैं और कुछ चीजें ठीक करना चाहते हैं, जो उन्होंने देखीं और जो उन्हें मजबूत बनाएंगी. लुसाने हमेशा नीरज के लिए अच्छा रहा है. शुक्रवार को नीरज ने फाउल से शुरुआत की और फिर 83.52 मीटर और 85.04 मीटर थ्रो किया. चौथे राउंड में उन्होंने फाउल किया और अगले राउंड में उन्होंने 87.66 मीटर की विजयी थ्रो फेंकी. उनका छठा और आखिरी थ्रो 84.15 मीटर था. इससे पहले नीरज ने 5 मई को दोहा में सीजन की शुरुआती डायमंड लीग मीट में 88.67 मीटर की थ्रो के साथ जीत हासिल की थी.