नई दिल्ली : ऑनलाइन शैक्षिक कार्यक्रम में विश्व चैम्पियन और ओलंपिक पदक विजेता भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम सहित करीब 300 लोगों ने हिस्सा लिया.
ये मुझे काफी बाद में समझ आया
भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) इस अवसर पर मैरी कॉम ने कहा, " मैं चिकित्सकों और डॉक्टरों की टीम के संपर्क में आने लगी और उनके साथ बातचीत करके मुझे अपने शरीर के महत्व को समझने में मदद मिली. किस तरह से व्यायाम करके चोटों से बचा जा सकता है और सर्जरी ही हमेशा एकमात्र उपाय नहीं होता, ये मुझे काफी बाद में समझ आया."
ओलंपिक पदक विजेता भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरी मेरे शरीर में पहले से ही लचीलापन है
उन्होंने कहा, " डाक्टरों और फिजियोथेरेपिस्टों ने कई सामान्य चीजों पर विस्तार से बात की जिसमें 'मेरे शरीर में पहले से ही लचीलापन है, इसलिए स्ट्रेचिंग की जरूरत नहीं, भार के साथ ट्रेनिंग करने से चोट बढ़ जाएगी और पट्टी बांधकर खेलने से चोटिल होने से बच जाएंगे' जैसे विषय शामिल थे."
सभी लोग फिट रहने की कोशिश करें
इससे पहले छह बार की विश्व चैम्पियन महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने सोशल मीडिया पर अपना फिटनेस मंत्र साझा किया है ताकि वह कोविड-19 के समय में लोगों को फिट रहने के लिए प्रेरित कर सकें. गौरतलब है कि कोरोनावायरस के कारण इस समय सभी लोग घरों में ही हैं और ऐसे में मैरी कॉम ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग फिट रहने की कोशिश करें.
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "वर्क आउट करें, अच्छा खाएं, धैर्य रखें. आपका शरीर आपको पुरस्कार देगा."