Sikkim flash floods: बाईचुंग भूटिया, मैरी कॉम और धनराज पिल्लै सिक्किम बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आए आगे, जानिए किए कितने पैसे दान
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया सिक्किम में बाढ़ प्रभावितों लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं. वो सिलीगुड़ी में चैरिटी फुटबॉल मैच आयोजित कर इन लोगों के लिए धन जुटा रहे हैं. इसमें उनका साथ भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम और हॉकी के बादशाह पूर्व दिग्गज धनराज पिल्लै दे रहे हैं.
दार्जिलिंग: सिक्किम बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए खेल जगत से भी खिलाड़ी आगे आ रहे हैं. इन लोगों की मदद करने के लिए खिलाड़ियों ने खेल के जरिए धन जुटाने की योजना बनाई है. इस मुहिम को इंडियन फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने मैच के जरिए आगे बढ़ाया है. भूटिया ने सिक्किम बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के लिए एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म की मदद के साथ सिलीगुड़ी में एक चैरिटी फुटबॉल मैच आयोजित किया था.
इस मैच में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै और 5 बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक 2012 में कांस्य विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम ने भी हिस्सा लिया. ये बाढ़ में अपना सब कुछ गंवा चुके लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं और चैरिट मैच के जरिए पैसे जुटा रहे हैं. बाईचुंग भूटिया, मैरी कॉम और धनराज पिल्लै ने फुटबॉल मैच के माध्यम से सिक्किम के लिए 250,000 रुपये का दान दिया है.
बता दें कि बुधवार दोपहर सिलीगुड़ी में बाईचुंग इलेवन बनाम मैरी कॉम-धनराज पिल्ले इलेवन के बीच फुटबॉल मैच खेला गया. धनराज पिल्लै के अलावा ईस्ट बंगाल के पूर्व खिलाड़ी मंजीत सिंह भी मैरी कॉम टीम के लिए मैदान पर उतरे. इस मैच में धनराज पिल्लै ने 4 गोल किए तो वहीं बाइचुंग भुटिया ने भी 4 गोल दागे. इस मैच को मैरी कॉम की टीम ने 10-9 से जीत लिया. इस मैच में हॉकी स्टिक और मुक्केबाजी के दस्ताने छोड़ इन भारतीय खिलाड़ियों ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए धन जुटाया.
इस मौके पर मैरी कॉम ने कहा कि, 'सिक्किम एक भयानक आपदा से तबाह हो गया है. इसलिए सिक्किम के साथ खड़े रहने के लिए बाईचुंग के बुलाने पर आकर खेलने में मुझे खुशी हो रही है. हम चाहते हैं कि हर कोई अच्छा हो और स्वस्थ हूं'. मैरी कॉम और धनराज पिल्लई ने बाईचुंग भूटिया द्वारा आयोजित 'प्ले फॉर तीस्ता' के माध्यम से सिक्किम के बाढ़ प्रभावितों की मदद की है. अब तक इस बाढ़ में मरने वाल संख्या 56 तक पहुंच गई है. इस बाढ़ में सेना के 22 जवानों भी लापता हुए थे जिनमें से कुछ के शव अभी तक बरामद नहीं हुए हैं.