नई दिल्ली:ओलंपिक कोटा विजेता पिस्टल शूटर मनु भाकर ने शुक्रवार शाम को आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पर एयर इंडिया के अधिकारियों द्वारा उन्हें परेशान किया गया. भाकर के मुताबिक वह दिल्ली से भोपाल जा रही थीं. 19 वर्षीय हरियाणा की शूटर भोपाल शूटिंग अकादमी जा रही थीं और उनके पास दो पिस्टल और गोलियां थीं.
मनु को इस कारण विमान में चढ़ने की अनुमति नहीं दी गई लेकिन एयर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों तथा खेल मंत्री किरण रिजिजू के अलावा नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार मनु को भोपाल के लिए अपने साजो-सामान के साथ उड़ान भरने की अनुमति मिल गई.
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने ईटीवी भारत से कहा, "अगर कोई यात्री बंदूक के साथ एयरलाइन से यात्रा कर रहा है, तो उस व्यक्ति को इससे संबंधित दस्तावेज दिखाने होंगे. देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से इसके लिए शुल्क नहीं लिया जाता है, लेकिन इसके लिए उन्हें महानिदेशक सहित डीजीसीए और फेडरेशन की अनुमति के वैध दस्तावेज दिखाने होंगे. लेकिन उनसे जब दस्तावेज मांगे गए तब वो नहीं दिखा सकीं"
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने (मनु भाकर) आश्वासन दिया कि वो बोर्डिंग के समय सभी दस्तावेज दिखाएंगी क्योंकि उनके पास मौके पर दस्तावेज नहीं थे इसके बाद जब उनसे बोर्डिंग के समय उनसे पेपर मांगे गए तब वो नहीं दिखा पाईं, तो हमने उन्हें रोक दिया, फिर जब उन्होंने हमे सभी वैध दस्तावेज दिखाए तो हमने उन्हें बोर्ड करने की अनुमति दी, "
इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर रोके जाने के बाद, 19 वर्षीय मनु ने खेल मंत्री किरन रिजिजू और नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अपनी 'समस्या' रखते हए ट्वीट किया था. रिजिजू के हस्तक्षेप के बाद, वह अंतत: एआई 437 उड़ान में सवार हो गई.