नई दिल्ली : भारत की टेनिस स्टार रहीं सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के बीच पनपी प्रेम कहानी को 2010 में निकाह के बाद एक नया मोड़ मिला. दोनों एक दूसरे के साथ लगभग 12 साल रहे. शोएब मलिक ने सानिया के लिए पाकिस्तान को छोड़ दुबई में घर भी ले लिया, ताकि वह आराम से एक दूसरे के साथ रह सकें. दोनों के रिश्तों पर भारत पाकिस्तान के राजनैतिक व खेल संबंधों का असर न पड़े. मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक अब इन दोनों के रिश्ते में खटास आने लगी है. जिसके चलते दोनों काफी दिनों से अलग हैं. सानिया अपने चार साल के बेटे इजहान मिर्जा मलिक को लेकर फ्लैट में हैं. फिलहाल शोएब मलिक कहां और किसके साथ रह रहे हैं, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. खबरों और चर्चाओं के अनुसार दोनों कानूनी सलाह ले रहे हैं और कानूनी मसलों को हल करने के बाद ही इस मामले में खुलकर कुछ कहेंगे.
एक पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज के हवाले से आयी जानकारी के मुताबिक कानूनी मसलों को हल करने के बाद ही सानिया मिर्जा और शोएब मलिक आधिकारिक रुप से तलाक की घोषणा कर सकेंगे. विभिन्न शो के लिए अनुबंधों और कानूनी दांव-पेंचों की वजह से दोनों अलग होने को लेकर आधिकारिक बयानबाजी नहीं कर रहे हैं. शोएब मलिक और सानिया मिर्जा के पास कई व्यावसायिक अनुबंध हैं, जिन्हें उनको पूरा करना है. इसके अलावा वह दोनों बच्चे की को-पैरेंटिंग में किसी तरह की परेशानी न आने के कारण इस तरह की खबरों से खुद को अलग करके रखा है. सूत्रों कहा कहना है कि सानिया मिर्जा और शोएब मलिक ने अपने बेटे इजहान मिर्जा मलिक की को-पैरेंटिंग करने का फैसला किया है. ताकि वह अलग होने के बाद भी बच्चे को समय दे सकें.
क्या है को-पैरेंटिंग
बदलते सामाजिक परिवेश में तरह तरह के रिश्ते व सामाजिक संबंधों का इजाफा हो रहा है. इसके लिए नए नए शब्द भी गढ़े जा रहे हैं. ताजा हालात में जब कपल्स शादी के कुछ सालों तक साथ रहकर बच्चा पैदा होने के बाद अलग होने की सोचते हैं, लेकिन दोनों यह चाहते हैं कि बच्चे की परवरिश पर कोई और असर न पड़े तो वह को-पैरेंटिंग का आप्शन चुनते है. इसीलिए अलग अलग रहने वाले या तलाक ले चुके माता पिता इसके बाद भी साथ मिलकर बच्चे की परवरिश का फैसला लेते हैं, तो इसे को-पैरेंटिंग कहा जाता है.
अब आपको फ्लैश बैक में ले चलते हैं और बताते हैं कि भारत की टेनिस स्टार रहीं सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के बीच पनपी प्रेम कहानी का पहला अंकुर क्यों व कैसे फूटा था और कैसे यह रिश्ते में तब्दील हो गया.
पहली मुलाकात से शादी तक का सफर
वैसे अगर देखा जाए तो शोएब मलिक और सानिया मिर्जा एक-दूसरे को नाम और चेहरे से एक दूसरे को बहुत पहले से जानते थे. मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक 2004 में भारत में हुयी पहली मुलाकात के बाद एक दूसरे के करीब आने का मौका मिला, लेकिन दोनों के बीच कोई खास बात नहीं हुयी. 2009 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए इन दोनों खिलाड़ियों की दूसरी मुलाकात होबार्ट के एक रेस्तरां में हुयी. यह मुलाकात केवल दो मिनट तक चली. उसके बाद अगली मुलाकात तब हुई जब शोएब मलिक अपने साथी खिलाड़ी वकार यूनुस के साथ सानिया का खेल देखने आए. इसके बाद इन दोनों के मिलने मिलाने व बातचीत करने का सिलसिला शुरू हुआ.
कहा जाता है कि सानिया और शोएब की मुलाकातों के दौर में सानिया मिर्जा काफी परेशानी में थीं. तो वहीं शोएब मलिक पर एक साल का बैन लगा हुआ था. इस दौर में सानिया इंजरी से जूझ रही थीं और कुछ दिन पहले ही उनके बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा के साथ हुआ पहला रिश्ता टूट गया था. दोनों ने अपने मुश्किल दौर में एक दूसरे को समय और सहारा दिया, जिससे यह रिश्ता प्रगाढ़ होता चला गया. कहा जाता है कि 5 महीने के नजदीकी संबंधों के बाद दोनों ने साल 2010 में शादी करने का फैसला किया.
जैसे ही शोएब मलिक 2010 में सानिया मिर्जा से शादी करने के लिए भारत पहुंचे तो पता चला कि वह हैदराबाद शहर में रहने वाली आयशा सिद्दीकी नाम की एक महिला से पहले ही शादी कर चुके हैं. महिला ने पाकिस्तानी क्रिकेटर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया था. बिना तलाक के दूसरी शादी होने पर भी सवाल उठने लगे थे. लेकिन इस विवाद का उनके उपर कोई फर्क नहीं पड़ा और 12 अप्रैल 2010 को हैदराबाद के ताज होटल में सानिया से शोएब से शादी कर ली.