नई दिल्ली: भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सभी संगठनों से कहा है कि वो अपने प्रशिक्षकों का साल में दो बार फिटनेस टेस्ट लें और उनका रिकॉर्ड अपनी फाइल में रखें.
फिटनेस टेस्ट प्रोटोकॉल्स के मुताबिक सभी प्रशिक्षकों को- बॉडी कम्पोजिशन टेस्ट-बीएमआई, बैलेंस टेस्ट- फ्लेमिंगो टेस्ट और वृक्षासान टेस्ट, मसक्यूलर स्ट्रैंग्थ टेस्ट- एबडोमिनल/कोर स्ट्रेंग्थ टेस्ट और नौकासान टेस्ट, मसक्यूलर एंडयोरेंस टेस्ट- पुरुष और लड़कों के लिए पुशअप टेस्ट, लड़िकयों और महिलाओं के लिए मोडीफाइनड पुशअप टेस्ट और सिट अप, फ्लेक्सिबिलिटी टेस्ट- वी सिट रीच टेस्ट, एरोबिक/ कार्डियो-वैसक्यूलर फिटनेस टेस्ट-2.4 किलो मीटर वॉक/रन टेस्ट, देने होंगे.