नई दिल्ली : पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन जरीन ने इस मुकाबले को 5-0 से अपने नाम किया. हैदराबाद की ये खिलाड़ी पिछले महीने ओलंपिक क्वालीफायर्स में छह बार की विश्व चैम्पियन मैरीकॉम से हारने के बाद पहली बार रिंग में उतरी थी. टूर्नामेंट में भाग ले रहे अन्य भारतीयों में चार बार के एशियाई पदक विजेता शिव थापा (63 किग्रा) को दूसरे दौर में बाई मिली.
ओलम्पिक क्वालीफायर ट्रायल्स में मिली हार
इससे पहले निखत जरीन और मैरी कॉम के बीच हुए ओलम्पिक क्वालीफायर ट्रायल्स ने खूब सुर्खियां बटोरी थी. तेलंगाना की युवा मुक्केबाज निखत जरीन बेशक ओलम्पिक क्वालीफायर ट्रायल्स के फाइनल में छह बार की विश्व चैम्पियन मैरी कॉम से हार गईं थी लेकिन इसके बावजूद वो खेल जगत में 'हक की लड़ाई' की मिसाल बनी.
मैरी के साथ मुकाबले के लिए निखत को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा था. वे भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के खिलाफ भी गईं और सफल भी रहीं. उन्हीं की जिद ने महासंघ को अपना फैसला बदलने और पुराने नियमों पर लौटने के लिए मजबूर कर दिया था.
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह के बयान को दी चुनौती
निखत की लड़ाई बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह के उस बयान से शुरू हुई थी, जिसमें उन्होंने नियमों को पलट मैरी कॉम को सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में भेजे जाने की बात कही थीं. यहां निखत की भौहें तन गईं और उन्होंने फैसला किया कि वे महासंघ और दिग्गज मुक्केबाज के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी जो उनसे उनका वाजिब हक छीनने में लगे हुए हैं.
मैरी कॉम ने निखत जरीन को ट्रायल्स में 9-1 से हराया निखत जरीन का बॉक्सिंग करियर मैरी कॉम ने एक अंग्रेजी समाचार चैनल पर साफ तौर पर ये कहा था- 'निखत कौन है. मैंने विश्व चैम्पियनशिप में आठ पदक जीते हैं उन्होंने क्या जीता है.'
निखत जरीन को ट्रायल्स में 9-1 से हराया
गौरतलब है कि मैरी कॉम और निखत जरीन 51 किग्रा वर्ग ओलम्पिक क्वालीफायर ट्रायल्स में आमने-सामने थी. मैरी कॉम ने ओलम्पिक क्वालिफायर के लिए हुए ट्रॉयल में निखत जरीन को 9-1 से हराया था. वहीं मैच में जब रेफरी ने मैरीकॉम को विजेता घोषित किया. उसके तुरंत बाद ही मैरी ने निखत जरीन से हाथ मिलाने से मना कर दिया था.
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ट्रॉयल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मैरी कॉम ने निखत पर निशाना साधते हुए कहा, ''"मैं उससे हाथ क्यों मिलाउं? अगर वो चाहती हैं कि दूसरे लोग उसका सम्मान करें तो उसको पहले बाकी लोगों का सम्मान करना सीखना चाहिए. मुझे ऐसी नेचर के लोग पसंद नहीं हैं. अपने आप को रिंग में साबित करना सीखो, ना कि रिंग के बाहर.''