गुवाहाटी: पहले दिन शानदार प्रदर्शन करने वाली जिम्नास्टिक खिलाड़ी प्रियंका दासगुप्ता ने एक और स्वर्ण पदक जीत लिया. अब उनके पदकों की संख्या चार हो गई है. एथलेटिक्स स्पर्धायें शनिवार से शुरू हुई और तुरंत ही सुर्खियों में छा गई क्योंकि पहले ही दिन चार रिकॉर्ड टूट गए.
त्रिपुरा की रहने वाली 15 साल की प्रियंका दासगुप्ता ने लड़कियों की अंडर-17 ऑल राउंड में 42.60 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता था. पिछले साल स्वर्ण पदक जीतने वाली पश्चिम बंगाल की प्रोतिश्ता समंता ने 42.05 का स्कोर किया.
प्रियंका दासगुप्ता ने अगरतला में विवेकानंद व्यामगर में अभ्यास किया है. वो पिछले साल पुणे में हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 0.05 अंकों से पोडियम हासिल करने से चूक गई थी, लेकिन इस बार उन्होंने कोई गलती नहीं की और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाने में सफल रही.
मेडल जीतने के बाद उन्होंने कहा,"मेरी मम्मी ने मुझे बचपन में जिम्नास्टिक खेलाया और तब से ही मैं इस खेल में रूची रखती हुं." साथ ही उन्होंने कहा,"पिछले बार से बेहतर प्रर्दशन कर अच्छा लग रहा है. चार मेडल जीतकर मैं बहुत खुश हुं."
सोमा नंदी, प्रियंका की कोच प्रियंका ओलंपियन दीपा करमाकर को अपना आदर्श मानती है और दीदी कह कर बुलाती हैं. युवा खिलाड़ी ने कहा,"दीदी को ओलंपिक में देखकर हम बहुत खुश हुए. उनको देखकर मेरा भी सपना था की देश के लिए इंटरनेशनल खेलूं और दीदी की तरह मेडल जीत कर लाऊ."