नई दिल्ली:भारत के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि हाल ही में संपन्न हुई विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में विवादित तरीके से मिली हार के दुख को ओलंपिक पदक भी पूरा नहीं कर सकता.
पिछले विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले हरियाणा के 25 साल के इस पहलवान ने इस बार कांस्य पदक हासिल किया. बजरंग स्थानीय पहलवान दौलत नियाजबेकोव से सेमीफाइनल मुकाबला विवादास्पद परिस्थितियों में हार गए थे.
दोनों पहलवान नौ-नौ की बराबरी पर थे जिसके बाद नियाजबेकोव को फाइनल खेलने का मौका मिला और भारतीय खिलाड़ी को कांस्य पदक का मुकाबला खेलना पड़ा.
बजरंग ने कहा,"जब आप पक्षपातपूर्ण फैसले के कारण हारते है तो ये आपके लिए निराशाजनक बात होती है क्योंकि कोई बेइमानी से जीत रहा होता है. मैं अपनी गलती से स्वर्ण जीतने से नहीं चूका."