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Published : May 14, 2020, 7:47 PM IST

ETV Bharat / sports

OFFICIAL: NRAI ने अंजुम मोदगिल को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए किया नामित

एनआरएआई ने अंजुम मोदगिल का नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए भेजने का फैसला किया है. साथ ही कोच जसपाल राणा का नाम द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया है.

anjum Moudgil
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नई दिल्ली:भारतीय राष्ट्रीय राइफल महासंघ (एनआरएआई) ने महिला राइफल निशानेबाज अंजुम मोदगिल का नाम देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए भेजने का फैसला किया है.

अंजुम के अलावा संघ ने पिस्टल शूटर मनु भाकेर, सौरव चौधरी, इलावेनिल वालाविरान और अभिषेक वर्मा का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजने के चिन्हित किए हैं.

संघ ने कोच जसपाल राणा का नाम द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए नामांकित करने का फैसला किया है.

एशियाई खेलों में कई स्वर्ण पदक जीतने वाले 43 साल के जसपाल को मनु भाकर, सौरभ और अनीष भानवाला जैसे युवा निशानेबाजों को निखारकर विश्व स्तरीय निशानेबाज बनाने का श्रेय जाता है.

मनु भाकेर के साथ जसपाल राणा

एनआरएआई के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, "हमारे निशानेबाजों का पिछला सीजन शानदार रहा है और इसी करण हमें नामों का चयन करने में काफी परेशानी हुई."

उन्होंने कहा, "जिन लोगों के नाम अवॉर्ड के नामांकन के लिए चुने गए हैं, मैं उन सभी को शुभकामनाएं देता हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग इस साल चूक गए वो हमें अगली बार अपने प्रदर्शन से मजबूर करेंगे कि हम उनका नाम भेजें. मेरा मानना है कि सभी खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं और अगर वह इसी तरह से अपना खेल जारी रखते रहे तो काफी कुछ हासिल करेंगे."

एनआरएआई के सचिव राजीव भाटिया ने कहा, "यह नाम खेल मंत्रालय को जल्द ही भेजे जाएंगे."

भारतीय राष्ट्रीय राइफल महासंघ

अंजुम को पिछले साल अर्जुन अवॉर्ड मिला था. वह भारत के लिए ओलंपिक कोटा हासिल करने में सफल रही हैं.

बता दें कि छब्बीस साल की अंजुम ने 2008 में निशानेबाजी शुरू की और वह टोक्यो ओलंपिक के लिए निशानेबाजी में कोटा हासिल करने वाली पहली दो भारतीय निशानेबाजों में शामिल थी. चंडीगढ़ की इस निशानेबाज ने कोरिया में आईएसएसएफ विश्व कपमें 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में रजत पदक के साथ ओलंपिक कोटा हासिल किया.

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार में खिलाड़ी को पदक, प्रमाण पत्र और सात लाख 50 हजार रुपये की इनामी राशि मिलती है. वहीं, द्रोणाचार्य पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में असाधारण नतीजे देने वाले खिलाड़ियों और टीमो को कोचिंग देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है. इस पुरस्कार में पांच लाख रुपये की इनामी राशि दी जाती है.

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