नई दिल्ली: ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) 21 से 31 मई तक यहां होने वाली एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारतीय महिला टीम की चुनौती की अगुआई करेंगी.
मैरीकॉम छह बार की एशियाई पदकधारी हैं, जिसमें पांच स्वर्ण पदक शामिल हैं, उन्होंने 2019 में पिछले चरण इस प्रतियोगिता में नहीं खेलने का फैसला किया था.
उन्होंने एक साल पहले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने पहले प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट में हाल में स्पेन में कांस्य पदक जीता था.
इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए चुनी गयी टीम में दो बार की विश्व कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) भी शामिल हैं. असम की ये मुक्केबाज ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं.
सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) टीम में दो अन्य मुक्केबाज हैं जो ओलंपिक के लिए जगह पक्की कर चुकी हैं. सिमरनजीत ने चैम्पियनशिप के पिछले चरण में रजत पदक जीता था जिसका आयोजन बैंकॉक में किया गया था.
वहीं पूजा लगातार दूसरा एशियाई स्वर्ण पदक अपनी झोली में डालने का प्रयास करेंगी. उन्होंने 81 किग्रा वजन वर्ग में 2019 में पहला स्थान प्राप्त किया था.
स्पेन में पिछले महीने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली जैसमीन (57 किग्रा) को अपने से अधिक अनुभवी मनीषा पर तरजीह दी गई है जिन्होंने 2019 एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था.
जैसमीन ने चयन ट्रायल्स में मनीषा को शिकस्त दी थी. पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन साक्षी भी टीम में है.
टीम इस प्रकार है: मोनिका (48 किग्रा), मैरीकॉम (51 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), जैसमीन (57 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), प्विलाओ बासुमत्री (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), साविटी (81 किग्रा), अनुपमा (81 किग्रा से अधिक).