'मैरी कॉम की गैरमौजूदगी से अन्य मुक्केबाजों को मिलेगा मौका'
भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच मोहम्मद अली कमर का मानना है कि एशियाई चैंपियनशिप के लिए चुनी गई टीम में मैरी कॉम का न होना अन्य मुक्केबाजों को अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका देगा.
नई दिल्ली :महिला टीम टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह बैंकॉक के लिए रवाना होगी. मीडिया से खास बातचीत में कमार ने कहा,"हमने 2017 में हुई एशियाई चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीते थे. इस बार हम अगर बेहतर नहीं कर पाए तो कम से कम उसकी बराबरी तो जरूर करेंगे."
मैरी कॉम ने ही 2017 में भारत को एकमात्र स्वर्ण पदक दिलवाया था. कमर ने कहा,"मैरी का न होना निश्चित रूप से एक बड़ा झटका है. वो वर्ल्ड चैंपियनशिप में 51 किलोग्राम वर्ग में भाग लेगी और उसकी तैयारी के लिए उन्होंने इस टूर्नामेंट भाग न लेने का निर्णय लिया. हालांकि, हमारे पास युवा मुक्केबाज भी हैं जो भारत का परचम लहरा सकते हैं."
उन्होंने कहा,"ये ध्यान रखिए कि एशियाई चैंपियनशिप (16 से 27 अप्रैल) बहुत मुश्किल होने वाली है. वहां शीर्ष स्तर के मुक्केबाज हिस्सा लेंगे. अगर हम वहां अच्छा करते हैं तो वर्ल्ड चैंपियनशिप में हमारे खिलाड़ी बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ भाग लेंगे."