मैनचेस्टर: मैनचेस्टर सिटी ने दो गोल से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए रविवार देर रात खेले गए मुकाबले में पांच मिनट में तीन गोल दागकर एस्टन विला को 3-2 से हराकर 11 सत्र में छठी बार इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया.
मैनचेस्टर सिटी ने खिताब की दौड़ में लीवरपूल को एक अंक से पछाड़ा. लीवरपूल ने भी प्रतियोगिता के अंतिम दिन वोल्वरहैम्पटन को 3-1 से शिकस्त दी.
एस्टन विला ने मैटी कैश (37वें मिनट) और फिलिप कोटिन्हो (69वें मिनट) के गोल की बदौलत 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन पांच मिनट के भीतर इकाय गुनडोगन (76वें और 81वें मिनट) ने दो और रोड्री (78वें मिनट) ने एक गोल दागकर मैनचेस्टर सिटी को जीत और खिताब दिला दिया.
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इससे पहले लग रहा था कि खिताब लीवरपूल जीत लेगा जिसने पेड्रो नेटो के तीसरे मिनट में दागे गोल से पिछड़ने के बाद सादियो माने (24वें मिनट), मोहम्मद सालेह (84वें मिनट) और एंड्रयू रॉबर्टसन (89वें मिनट) के गोल की बदौलत जीत दर्ज की.
मैनचेस्टर सिटी की टीम 38 मैच में 93 अंक के साथ खिताब जीतने में सफल रही जबकि लीवरपूल को इतने ही मैच में 92 अंक के साथ उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा.
सालेह, सोन ईपीएल में शीर्ष गोल स्कोरर
मोहम्मद सालेह और सोन ह्युंग मिन दोनों 23 गोल के साथ इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) फुटबॉल टूर्नामेंट में शीर्ष गोल स्कोरर रहे. सालेह लीग में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को दिए जाने वाला गोल्डन बूट पुरस्कार अब तीन बार अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने 2017-18 में अकेले यह खिताब जीता था जबकि 2018-19 और हाल में संपन्न सत्र में उन्होंने यह खिताब साझा किया.
सोन पहली बार लीग में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी रहे. दोनों खिलाड़ियों ने सत्र के अंतिम दिन गोल दागे. सालेह ने लीवरपूल की वोल्वरहैम्पटन पर 3-1 की जीत के दौरान दूसरा गोल किया जबकि सोन ने नॉर्विच पर टोटेनहैम की 5-0 की जीत में दो गोल किए.