कुआलालंपुर : पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन पर नजरें टिकाए बैठे एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन जैसे भारत के शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों को मंगलवार से यहां शुरू हो रहे मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के साथ नए सत्र की प्रभावी शुरुआत करने की उम्मीद होगी.
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए अगले चार महीने में काफी कुछ दांव पर लगा होगा और इस दौरान उनकी नजरें व्यस्त कार्यक्रम के बीच अप्रैल के अंत तक विश्व रैंकिंग में शीर्ष 16 में जगह बनाकर पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी होंगी.
ओलंपिक में जगह बनने की दौड़ में दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय आगे चल रहे हैं. उनके लिए पिछला सत्र शानदार रहा जिसमें उन्होंने विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में पहली बार कांस्य पदक और मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 में खिताब जीता. वह ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर 500 में भी फाइनल में पहुंचे.
यह आठवीं वरीयता प्राप्त 31 वर्षीय खिलाड़ी अपने अभियान की शुरुआत डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसन के खिलाफ करेगा और उन्हें अपनी शानदार फॉर्म जारी रखने की उम्मीद होगी. एंटोनसन ने 2023 में कोरिया ओपन जीतकर चोट से सफल वापसी की थी.
सभी की निगाहें लक्ष्य और किदांबी श्रीकांत पर भी होंगी जो शीर्ष 16 में आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
दुनिया के 16वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने पिछले साल कनाडा ओपन सुपर 500 का खिताब जीता लेकिन इसके बाद अपनी फॉर्म गंवा दी. श्रीकांत की विश्व रैंकिंग 24वीं हैं और वह 2023 में सिर्फ चार टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे.
सेन और श्रीकांत के लिए चीजें आसान नहीं होने वाली हैं क्योंकि उन्हें यहां शुरुआती दौर में क्रमश: चीन के वेंग होंग यैंग और इंडोनेशिया के छठी वरीयता प्राप्त जोनाथन क्रिस्टी जैसे कड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना है.