नई दिल्लीः भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) (75 किग्रा) स्वीटी बूरा (Sweety Boora) (81 किग्रा) और परवीन हुड्डा (63 किग्रा) और अल्फिया खान (81 किग्रा से अधिक) ने जॉर्डन के अम्मान में चल रही एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शुक्रवार को गोल्ड मेडल झटके.ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता और 75 किग्रा भार वर्ग में पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग ले रही लवलीना ने उज्बेकिस्तान की रुजमेतोवा सोखीबा पर 5-0 से सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की.
यह जीत 25 वर्षीय लवलीना के लिए मनोबल बढ़ाने वाली रही क्योंकि टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद वह खराब फॉर्म में चल रही थी. वह विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों में शुरू में ही बाहर हो गई थी. असम की यह मुक्केबाज 69 किग्रा से 75 किग्रा में खेलने लगी थी क्योंकि उनका पिछला भार वर्ग पेरिस ओलंपिक में शामिल नहीं है. लवलीना का एशियाई चैम्पियनशिप में यह तीसरा मेडल है. उन्होंने 2017 और 2021 में वेल्टरवेट वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे.
परवीन हुड्डा (Parveen Hooda) ने जापान की किटो माई को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीता. विश्व चैंपियनशिप की ब्रॉन्ज मेडल विजेता परवीन राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं ले पाई थी लेकिन उन्होंने यहां चौथी वरीयता प्राप्त माई के खिलाफ दबदबा बनाए रखा और सर्वसम्मत फैसले से जीत दर्ज की. दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की लेकिन शीर्ष वरीयता प्राप्त परवीन ने जल्द ही दबदबा बना दिया और अपनी प्रतिद्वंदी पर दनादन कई मुक्के जड़े.