नई दिल्ली: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 2018 में हुए एशियाई खेलों में भारत की मिश्रित रिले टीम द्वारा जीता गया रजत पदक स्वर्ण में बदल गया है. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी.
चार गुणा 400 मिश्रित रिले में मोहम्मद अनस, एम.आर पूवाम्मा, हिमा दास, आरोकिया राजीव की भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रही थी.
पहला स्थान बहरीन के नाम रहा था लेकिन उस टीम के सदस्य केमी आडेकोया पर एथलेटिक्स इंटीग्रीटि यूनिट ने डोप टेस्ट में फेल हो जाने पर चार साल का निलंबन सौंपा है जिसके कारण उनसे ये स्वर्ण पदक छिन गया और भारत का रजत स्वर्ण में तब्दील हो गया.
वहीं अनु राघवन को महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में कांस्य मिला है. वो चौथे स्थान पर रही थीं.
भारतीय टीम ने रिले में तीन मिनट 15.71 सेंकंड का समय निकाला था. वहीं अनु ने 56.77 सेकेंड का समय निकाला था.
जकार्ता में हुए एशियाई खेल
एएफआई के अध्यक्ष आदिले सुमरीवाला ने एक बयान में कहा, "इस अतिरिक्त पदक से हमारे पदकों की संख्या 20 हो गई है जिसमें आठ स्वर्ण और नौ रजत पदक शामिल हैं. ये खबर हमारे लिए एक बोनस की तरह आई है क्योंकि हम एशियाई खेलों के प्रदर्शन के बूते ओलम्पिक खेलों में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. चार गुणा 400 रिले टीम इससे काफी खुश होगी क्योंकि अब उसके दो स्वर्ण और एक रजत पदक हो गए हैं. हमें उम्मीद है कि कोच गालिना बुखारिना के मार्गदर्शन में रिले टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी."