नई दिल्ली: विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता भारत के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण उनकी ट्रेनिंग में बाधा पहुंची हैं. पुनिया 23 जुलाई से शुरू होने वाले आगामी टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
पुनिया ने आनलाइन मीडिया बातचीत के दौरान शनिवार को कहा, "कोरोना महामारी के कारण पिछले 18 महीनों में मैं केवल दो-तीन टूर्नामेंट में ही भाग ले पाया हूं. प्रतियोगिताएं कड़ी मेहनत का एक सच्चा प्रतिबिंब हैं, और गुणवत्तापूर्ण टूर्नामेंट में भाग लिए बिना कड़ी मेहनत का कोई फायदा नहीं है. हम जितने अधिक टूर्नामेंट में भाग लेंगे, उतना ही अच्छा होगा."
टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में अब केवल 55 दिन ही बचे हैं और पुनिया का कहना है कि ओलंपिक की तैयारियों के लिए वह रूस में ट्रेनिंग करने की योजना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा, "मैं रूसे के शहर माखचकाला में प्रशिक्षण ले रहा हूं, जहां पहलवानों के लिए अच्छी सुविधाएं हैं. अच्छे स्पैरिंग पार्टनर हैं. मैंने पिछले महीने अल्माटी में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप से पहले रूस में भी प्रशिक्षण लिया था. अच्छे स्पैरिंग पार्टनर स्किल्स को निखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं."
पुनिया पिछले महीने अल्माटी में एशियाई चैंपियनशिप के दौरान सेमीफाइनल में अपनी कोहनी चोटिल करा बैठे थे और फिर उन्हें जापान के ताकुतो ओटोगुरु के खिलाफ फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा था.
भारतीय स्टार पहलवान ने अपनी चोट को लेकर कहा, "मैं चोट से उबर चुका हूं. मैंने केवल अपना शारीरिक प्रशिक्षण शुरू किया है क्योंकि भारत में कोई पार्टनर नहीं है. मेरे साथी जितेंदर भी चोटिल हैं. मैंने विभिन्न देशों के चार-पांच पहलवानों को प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित करने की भी योजना बनाई थी, लेकिन महामारी के कारण इस योजना रद्द कर दी गई."