नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने माना है कि टोक्यो ओलंपिक-2020 के स्थगन का हो सकता है कि कोई सटीक समाधान न हो, लेकिन एक बार जब पूरा विश्व कोरोनावारस जैसी बीमारी से बाहर निकल आएगा तब ये ओलंपिक खेल इंसानियत की जीत के जश्न की तरह होंगे. बाक ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मंगलवार को फोन पर बात की और दोनों खेलों को एक साल के लिए स्थगित करने पर राजी हो गए.
बाक ने कहा, "ओलंपिक से जो लोग जुड़े हैं, खिलाड़ियों की सुरक्षा और कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए हम ओलंपिक खेलों को 2021 तक टालने को तैयार हुए हैं."
उन्होंने कहा, "लेकिन पूरी इंसानियत पर एक अजीब तरह की अनिश्चित्ता थी. हम एक अंधकार के समय में एक साथ हैं और हम नहीं जानते की कल क्या होने वाला है. हम इस अंधकार के समय के अंत में ओलंपिक मशाल को चाहते हैं इसलिए हमने ओलंपिक को स्थगित करने की मुश्किल चुनौती उठाई."
आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाक बाक ने कहा, "इसके लिए हमारे पास कोई ब्लूप्रिंट नहीं हैं. हमें इसे हकीकत बनाने के लिए किसी के सहयोग की जरूरत है क्योंकि इस धरती पर ओलंपिक सबसे मुश्किल आयोजन है. हम आप सभी को सर्वश्रेष्ठ स्थिति और सुरक्षित माहौल देना चाहते हैं इसलिए हमें थोड़ा समय दीजिए की हम इस मुश्किल स्थिति में से कैसे निकलें."
आईओसी अध्यक्ष ने कहा, "आप इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं कि आप अपने ओलंपिक सपने को पूरा करेंगे। जरा सोजिए हम सभी के लिए यह कितनी बड़ी बात होगी. जब हम कोरोनावायरस जैसी महामारी से निपट लेंगे तब यह ओलंपिक खेल अंतत: इंसानियत की जीत के जश्न के तौर पर खेले जाएंगे."