नई दिल्ली: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) प्रमुख लुई मार्टिन के बीच 14 नवंबर को बैठक हो सकती है जिसमें बर्मिंघम में 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से निशानेबाजी को हटाए जाने पर भारत की आपत्ति पर चर्चा होगी.
मार्टिन ने 21 सितंबर को लिखे पत्र में आईओए और सीजीएफ के शीर्ष अधिकारियों के बीच बैठक का सुझाव दिया था जिसके जवाब में बत्रा ने कहा है कि इसके लिए सबसे उपयुक्त समय 14 नवंबर रहेगा. आईओए प्रमुख ने अपने पत्र में लिखा है, 'आपने जैसा कि 21 सितंबर 2019 के अपने पत्र में लिखा है, हम 14 नवंबर 2019 को दिल्ली में बैठक करने के लिए तैयार हैं.'
सीजीएफ प्रमुख ने बत्रा के नए ईमेल का अभी तक जवाब नहीं दिया है लेकिन पूरी संभावना है कि बैठक 14 नवंबर को ही होगी क्योंकि मार्टिन ने पूर्व में संकेत दिए थे कि बैठक 11 नवंबर से 18 नवंबर के बीच हो सकती है. मार्टिन के साथ सीजीएफ के मुख्य कार्यकारी डेविड ग्रेवमबर्ग भी बैठक में हिस्सा लेंगे जबकि आईओए महासचिव राजीव मेहता भी इसमें उपस्थित रहेंगे.
सीजीएफ प्रमुख के खेल मंत्री किरण रिजिजू से भी मिलने की संभावना है. इससे पहले मार्टिन ने 29 जुलाई को बत्रा को लिखे गए अपने पत्र में भारत के अपने प्रस्तावित दौर के तीन मुख्य कारण बताए थे लेकिन उन्होंने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 से निशानेबाजी को हटाए जाने के सीजीएफ के फैसले को वापस लेने पर चर्चा का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया था.
आईओए ने जुलाई में खेलों के बहिष्कार की धमकी दी थी लेकिन सीजीएफ अधिकारियों ने कहा था कि फैसले को बदलने के लिए अब काफी देर हो चुकी है. यहां तक कि प्रतियोगिता के कार्यक्रम को रवांडा में तीन सितंबर को हुई सीजीएफ की आम सभा में मंजूरी भी दे दी गई है. आईओए ने विरोधस्वरूप इसका बहिष्कार किया था बत्रा ने कहा कि मार्टिन और ग्रेवमबर्ग के साथ मेहता मुंबई और बेंगलुरू दौरे पर जाएंगे.