दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

Interview: सिंधु की निगाहें पेरिस ओलंपिक पर, कहा- मेडल का सफर अभी खत्म नहीं

टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने वालीं भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दरमियान उन्होंने कहा, मेरा अगला लक्ष्य पेरिस ओलंपिक 2024 में जीत दर्ज करना है.

PV Sindhu Interview  Interview Etv Bharat  Who is PV Sindhu  PV Sindhu  Indian shuttler PV Sindhu  कौन हैं पीवी सिंधु  ओलंपिक खेल  पेरिस ओलंपिक  भारतीय शटलर
PV Sindhu Interview

By

Published : Mar 4, 2022, 5:26 PM IST

हैदराबाद:भारतीय शटलर पीवी सिंधु की उपलब्धियां उनके सपनों के सच होने जैसा है. सबसे बड़े खेल आयोजन ओलंपिक में सिंधु ने अब तक दो पदक जीते हैं. सिंधु ने फोन पर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, मेडल जीतने की चाहत अभी खत्म नहीं हुई है.

बता दें, अपने नए कोच पार्क टेई सांग की गाइडेंस में पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना पूरा किया था. उन्होंने कड़े मुकाबले में कांस्य पदक जीता. यही आत्मविश्वास उनकी सबसे बड़ी ताकत है. दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली सिंधु पहली महिला भारतीय खिलाड़ी हैं. रियो ओलंपिक में 21 साल की उम्र में जीता पहला पदक सिंधु के लिए आज भी खास है.

यह भी पढ़ें:पीवी सिंधु ने जीता सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन खिताब

साल 2021 में टोक्यो से अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीतकर भारत लौटने पर सिंधु का जोरदार स्वागत किया गया था. वैसा ही स्वागत, जैसा उनकी पहली ओलंपिक जीत के बाद हुआ था. उन्होंने कहा, कुछ हासिल करने के लिए आपको हर दिन कड़ी मेहनत करनी होगी और अपना शत-प्रतिशत देना होगा. कड़ी मेहनत ही आपको सफलता की ओर ले जा सकती है, जहां आप हमेशा नंबर एक बनना चाहते हैं और सभी मैच जीतना चाहते हैं. ऐसा होने के लिए, आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और उस पर चलते रहना होगा. पेश हैं पीवी सिंधु से बातचीत के कुछ अंश...

प्रश्न: क्या आपको टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड न जीत पाने का मलाल है?

पीवी सिंधु ने बताया, जब मुझे अपना पहला पदक मिला, तो यह कुछ अप्रत्याशित था. चांदी मिलना निश्चित रूप से बहुत बड़ी बात थी. लेकिन एक के बाद एक पदक जीतना भी आसान नहीं है. दरअसल, सेमीफाइनल में खेलने के बाद कांस्य पदक के लिए तीसरे और चौथे स्थान के लिए खेलना काफी कठिन होता है. हारने के बाद और मजबूत होकर वापसी करना बेहद कठिन है. उन्होंने कहा, ओलंपिक में पदक को हासिल करने से मुझे और भी खुशी हुई. मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया था. मैंने वास्तव में कभी नहीं सोचा था कि मैंने सोना खो दिया है, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने कड़ी मेहनत की और ओलंपिक में पदक हासिल किया. उन्होंने कहा, मैं पेरिस ओलंपिक 2024 में खेलूंगी और अच्छा प्रदर्शन कर एक और पदक हासिल करना चाहूंगी.

प्रश्न: टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद आपको सबसे अच्छी तारीफ क्या मिली?

सिंधु ने बताया, बहुत सारे लोगों ने मुझे बधाई दी, मुझसे प्यार दिखाया और बधाई संदेश भेजा. सभी ने मुझसे कहा, लगातार पदक हासिल करना आसान नहीं है. खासकर टोक्यो में, और सेमीफाइनल के बाद खेलना. उन्होंने जो कहा, वह और भी कठिन था. वे यह भी समझते थे कि हार से वापसी करना कितना कठिन होता है. मेरे कोच ने भी मुझे बताया कि तीसरे और चौथे में काफी अंतर है. इसी वजह से मैं हारी.

यह भी पढ़ें:Syed Modi Tournament: पीवी सिंधु और मालविका बंसोड के बीच होगी खिताबी जंग

प्रश्न: कुछ लोग कहते हैं कि आप मैच की बड़ी खिलाड़ी हैं, बड़े टूर्नामेंट में क्या होता है?

सिंधु ने हंसते हुए बताया, मैं हर टूर्नामेंट के लिए कड़ी मेहनत करती हूं. अगर मुझे मैच का बड़ा खिलाड़ी कहा जाए तो यह बहुत अच्छा है. लेकिन मैं हर मैच एक खास तरीके से खेलती हूं. मैं इसे सकारात्मक तरीके से लेती हूं. खासकर तब, जब लोग मुझसे कहते हैं कि मैं एक बड़े मैच की खिलाड़ी हूं. मैं हर टूर्नामेंट के लिए यही ट्रेनिंग करती हूं. यह मेरे लिए इतना आसान है. जब आप किसी प्रतियोगिता में जाते हैं, तो आपको इस मानसिकता के साथ जाना होता है कि आप किसी के भी खिलाफ जीत सकते हैं. आपको वह विश्वास होना चाहिए, क्योंकि आप इतना कठिन खेलते हैं कि आपको अपने आप में यह विश्वास होना चाहिए कि आप अच्छा कर सकते हैं और उस समय जो सबसे अच्छा खेलता है, वह विजेता होता है.

प्रश्न: क्या आपका पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य है?

हां, निश्चित रूप से पेरिस में पदक जीतने का लक्ष्य है. ऐसा होने के लिए मुझे कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. बहुत समय है, लेकिन उससे पहले मेरे कुछ अल्पकालिक लक्ष्य हैं. जहां मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहूंगी. मैं इस बार सर्वश्रेष्ठ के लिए लक्ष्य कर रही हूं. मुझे उम्मीद है कि मैं पेरिस में अच्छा करूंगी.

प्रश्न: युवाओं के लिए आपका क्या संदेश होगा? क्या यह भारत में बैडमिंटन खेलने का सबसे अच्छा समय है?

सिंधु ने कहा, मैंने बहुत से युवाओं को देखा है. मैंने भारत में दो टूर्नामेंट खेले हैं और मैंने युवा खिलाड़ियों को देखा है, जो वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. बहुत संभावनाएं हैं और उन्हें बहुत अच्छी तरह से निर्देशित किया जाना चाहिए. माता-पिता का समर्थन सबसे महत्वपूर्ण है. यह सिर्फ कुछ महीनों की बात नहीं है, बल्कि जब आप शुरुआत कर रहे हैं तो यह कई साल की कड़ी मेहनत है. कुछ को कम उम्र में ही सफलता मिल जाती है तो कुछ के लिए इसमें समय लगता है.

यह भी पढ़ें:Syed Modi Tournament: पीवी सिंधु सेमीफाइनल में पहुंचीं, एचएस प्रणय बाहर

उन्होंने कहा, आत्म-विश्वास हमेशा बना रहना चाहिए कि आप अच्छा कर सकते हैं. आपको उसी के अनुसार मेहनत करते रहना होगा. क्या हो रहा है, यह समझने के लिए आपको काफी स्मार्ट होना होगा. माता-पिता अपने बच्चों का मार्गदर्शन करने के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे. उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन भी करना होगा. उन्हें अपनी तकनीक और कौशल पर सही तरीके से काम करने की जरूरत है. इसमें काफी संभावनाएं हैं और आप देखेंगे कि बहुत सारे युवा इसमें आ रहे हैं.

आयुष्मान...

ABOUT THE AUTHOR

...view details