नई दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने गुरुवार को अपने तरह की पहली साझेदारी की घोषणा की, जिसके तहत जेएसडब्ल्यू ग्रुप अगले साल टोक्यो में होने वाले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक एवं पैरालम्पिक खेलों के दौरान जापान की राजधानी में भारतीय ओलंपिक हास्पीटेलिटी (आतिथ्य) हाउस की स्थापना करेगा.
इसे इंडिया हाउस नाम दिया गया है. इस ओर पहला बड़ा कदम बढ़ाते हुए केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने आईओए के अध्यक्ष नरेंद ध्रुव बत्रा, आईओए के महासचिव राजीव मेहता, जेएसडब्ल्यू स्पोटर्स डायरेक्टर पार्थ जिंदल और जेएसडब्ल्यू स्पोटर्स सीईओ मुस्तफा गौस की मौजूदगी में आधिकारिक-इंडिया हाउस के लोगो का अनावरण किया.
आईओए के महासचिव राजीव मेहता 'खिलाड़ी इस बार ओलंपिंक में दोगुने मेडल लेकर आएंगे'
ईटीवी भारत ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी जनरल राजीव मेहता से बात की जिन्होंने बताया कि इस बार ओलंपिक गेम बेहद खास होने वाला है क्योंकि इस बार ओलंपिक गेम में खिलाड़ियों की सहूलियत के लिए टोक्यो में इंडिया हाउस भी बनने जा रहा है जिससे खिलाड़ियों को विदेश में अपने देश की कमी महसूस न होगी.
इसके अलावा उन्होंने कहा की इस बार भारत को खिलाड़ियों से बेहद उम्मीदें हैं और पूरा विश्वास है कि खिलाड़ी इस बार दोगुने मेडल लेकर आएंगे और भारत का नाम रोशन करेंगे
क्या है खेलमंत्री का 2028 का प्लान
रिजिजू ने यहां टोक्यो ओलिंपिक 2020 में इंडिया हाउस के लोगो के अनावरण के मौके पर कहा, '2020 ओलिंपिक करीब है लेकिन 2024 या 2028 तक भारत पदक तालिका में टॉप-10 में पहुंच जाएगा. भारत अगर ऐसा नहीं कर सका तो मेरे खेल मंत्री रहने का कोई फायदा नहीं.'
'इंडिया हाउस में खिलाड़ी घर जैसा महसूस करेंगे'
आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने कहा कि इंडिया हाउस भारतीय खिलाड़ियों, फैन्स और पत्रकारों के लिए घर से बाहर एक घर होगा.
बत्रा ने कहा, "इंडिया हाउस एक शानदार पहल है. मुझे खुशी है कि जेएसडब्ल्यू ने हास्पीटेलिटी हाउस के माध्यम से टोक्यो में भारतीय संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने का नायाब तरीका खोज निकाला है. इसके माध्यम से मुझे लगता है कि टोक्यो जाने वाले भारतीय खिलाड़ी और फैन घर से बाहर घर जैसा महसूस करेंगे."
स्पोर्ट्स समिट कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री आईओए महासचिव राजीव मेहता को इंडिया हाउस के लिए जगह खोजने का काम दिया गया था. मेहता ने कहा कि इंडिया हाउस भारत के लिए बेहद खास होगा क्योंकि भारत अगले साल ओलंपिक खेलों में अपनी हिस्सेदारी के 100 साल पूरे करेगा. भारत पहली बार 1920 के एंटवर्प ओलंपिक में खेला था.
कैसा है इंडिया हाउस का लोगो
खेल मंत्री द्वारा लॉन्च किए गए आधिकारिक इंडिया हाउस लोगो में भारतीय राष्ट्रीय महत्व की चीजों व संकेतों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें कमल, मोर और हेरिटेज आर्च का उपयोग हुआ है. ये भारतीय हास्पीटेलिटी हाउस ओलंपिक के लिए टोक्यो पहुंचने वाले दुनिया भर के लोगों के लिए भारत के आधुनिक रूप के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत की भी झांकी पेश करेगा.
आयोजकों को आशा है कि इस पहल के साथ भारत ओलंपिक मूवमेंट में एक अहम सदस्य के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करेगा. ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के समापन तक ये भारतीय हास्पीटेलिटी हाउस वाच पार्टीज, मेडल सेलीब्रेशंस के अलावा भारतीय एथलीटों के साथ मीट एंड ग्रीट सेशन का आयोजन करेगा.
इस स्थान पर पारंपरिक भारतीय खेलों की झांकी प्रस्तुत की जाएगी और साथ ही साथ यहां आने वाले लोग पारंपरिक भारतीय व्यंजनों का भी लुत्फ ले सकेंगे. यही नहीं, यहां टोक्यो में भारत प्रतिनिधित्व करने वाले एथलीटों के लिए एक विशेष लाउंज बनाया जाएगा, जहां उन्हें मेडिकल सुविधा के अलावा भोजन भी मिल सकेगा.
इसके अलावा ओलंपिक कवर करने के लिए टोक्यो जाने वाले भारतीय एथलीटों के लिए एक मीडिया सेंटर भी बनाया जाएगा.