नई दिल्ली: भारत के अधिकतर गोल्फर क्वालीफायर के जरिए यूएस ओपन गोल्फ टूर्नामेंट में जगह बनाते रहे हैं लेकिन इस साल कोविड-19 के कारण क्वालीफायर्स रद होने से वे निराश हैं.
अधिकतर गोल्फरों के अनुसार यूएस ओपन जीतना सबसे मुश्किल रहा है लेकिन हर गोल्फर इसका हिस्सा बनने का सपना देखता है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण अमेरिकी गोल्फ संघ ने क्वालीफायर्स का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है.
टूर्नामेंट जून में होना था जिसे सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है. यूएस ओपन में छह भारतीय खिलाड़ी हैं और सभी कभी न कभी क्वालीफायर्स के जरिए वहां तक पहुंचे हैं.
शिव कपूर को क्वालीफायर्स की चुनौती पसंद है. उन्होंने अब तक पांच मेजर में भाग लिया है और हर बार उन्होंने क्वालीफायर्स के जरिए जगह बनाई है. इनमें तीन ब्रिटिश ओपन और दो यूएस ओपन भी शामिल हैं.
कपूर ने कहा, "यह निराशाजनक है कि इस बार कोई क्वालीफायर्स नहीं होगा. यूएस ओपन ने क्वालीफायर्स स्थगित कर दिए हैं."
उन्होंने कहा, "लेकिन मुझे लगता है कि कोई विकल्प नहीं था. मेरे लिए क्वालीफायर्स बहुत मायने रखते हैं. मैंने पांच वर्षों में चार मेजर में जगह बनाई है."
भारतीयों में केवल जीव मिल्खा सिंह (2007 और 2009) और अनिर्बान लाहिड़ी (2015 और 2016) को सीधे प्रवेश मिला था लेकिन अन्य अवसरों पर वे भी क्वालीफायर्स के जरिए इसमें प्रवेश कर पाए.
जीव ने यूएस ओपन क्वालीफायर्स के रद होने के संदर्भ में कहा, "मेरे हिसाब से यूएस ओपन सबसे मुश्किल मेजर है लेकिन किसी भी गोल्फर के लिए मेजर एक सपना होता है. मुझे खुशी है कि मैं तीन बार क्वालीफायर के जरिये उसमें जगह बनाने में सफल रहा."
उन्होंने कहा, "कोविड-19 के कारण इस बार क्वालीफायर्स नहीं हो पाएंगे लेकिन अगर अगले साल क्वालीफायर्स होते हैं तो मैं निश्चित तौर पर उसमें भाग लूंगा."