हैदराबाद :एक साल से भी कम समय बचा है ओलंपिक 2020 के शुरू होने में और ऐसे में अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन सबका ध्यान ओलंपिक खेलों की तैयारी की तरफ जाने लगा है. करीब से देखने पर पता लगता है कि अभी तक केवल 11 भारतीय एथलीटों ने ही टोक्यो ओंलपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है, जबकि भारत का लक्ष्य कम से कम 100 एथलीटों को जापान भेजने का है.
अगर ओलंपिक खेलों के इतिहास पर नजर डालें तो ग्रीष्मकालीन खेलों में भारत ने अभी तक कुल 31 संस्करणों में 28 पदक ही जीते हैं. हालांकि तब से देश को उम्मीदें अब कुछ ज्यादा ही होने लगी हैं जब से पूर्व खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने संसद में कहा था कि 2032 के खेलों में भारत का लक्ष्य पदकों का संख्या को 100 तक ले जाना है.
अगर भारत के अभी तक के सभी ओलंपिक खेलों के संस्करणों की बात करें तो लंदन 2012 में भारत का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा. भारतीय एथलीटों ने उन खेलों में छह पदक जीते थे. आइए उन खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं जो अभी तक टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.
तीरंदाजी
बता दें कि रियो ओलंपिक 2016 खेलों में तीरंदाजी स्पर्धा में भारतीय पुरुष टीम क्वालीफाई करने में कामयाब नहीं हो पाई थी लेकिन इसके बाद तीरंदाजों ने वर्ल्ड चैंपियनशिप 2019 में शानदार खेल दिखाया और टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना स्थान पक्का करने में कामयाब रहे.
अतनु दास, तरुणदीप राय, और प्रवीण तीनों तीरंदाज अतनु दास, तरुणदीप राय, और प्रवीण के शानदार खेल के बाद भारत ने नॉर्वे पर 5-1 से और कनाडा पर 5-3 से जीत के बाद टोक्यो का टिकट हासिल किया. इतना ही नहीं 2005 के बाद पहली बार भारतीय टीम वर्ल्ड चैंपियनशिप में फाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब रही. हालांकि फाइनल में भारतीय टीम को चीन के हाथों हार का सामना करना पड़ा और अंत में सिल्वर मेडल के साथ वापस आना पड़ा. इस बार पुरुष टीम ने महिला तीरंदाजों से पहले ओलंपिक का टिकट हासिल करके सबको चौंका दिया है.
20 किमी वॉक रेसिंग
भारत के नेशनल रिकॉर्डधारी कोलोथम थोड़ी इरफान एथलेटिक्स में पहले एथलीट हैं जिन्होंने जापान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. नोमी जापान में आयोजित हुई 20 किमी एशियन चैंपियनशिप में चौथे नंबर पर रहे कोलोथम ने मार्च में ही टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया.
क्वालिफाइ करने के लिए एक घंटे और 21 मिनट में ये दौड़ पूरी करनी थी, थोड़ी ने एक घंटे 20 मिनट और 57 सेंकड में इस रेस को पूरा करके टोक्यो ओलंपिक खेलों का टिकट हासिल किया. अभी तक एथलेटिक्स में ओलंपिक के लिए क्वालिफाइ करने वाले इरफान पहले खिलाड़ी हैं.
शूटिंग
2004 में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के प्रदर्शन के बाद से भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल काफी बढ़ा है. राठौड़ ने एथेंस 2004 खेलों में देश के लिए सिल्वर मेडल हासिल किया था. इसके बाद बीजिंग 2008 में अभिनव बिंद्रा ने देश के लिए गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया था. 2012 में लंदन ओलंपिक खेलों में विजय कुमार और गगन नारंग ने भी सिल्वर और ब्रांज मेडल हासिल किए.
10 मीटर एयर राइफल (महिला)
अंजुम मुदगिल और अपूर्वी चंदेला अप्रैल में हुई आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर और चौथे स्थान पर पंहुचकर अंजुम मुदगिल और अपूर्वी चंदेला ने ओलंपिक 2020 के लिए टिकट कटा लिया है. अंजुम इस प्रतियोगिता में दूसरे नंबर पर रही. अंजुम ने कुल 248.5 अंक हासिल किए, वहीं चंदेला 207 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं.
10 मीटर एयर राइफल (पुरुष)
17 साल के दिव्यांश पंवार ने बीजिंग में 10 मीटर एयर राइफल में देश के लिए चौथा ओलंपिक कोटा हासिल किया.बता दें कि दिव्यांश का ये दूसरा ही सीनियर इवेंट था. दिव्यांश ने कुल 249 अंकों के साथ इस अभियान को दूसरे स्थान के साथ खत्म किया.
10 मीटर एयर पिस्टल (पुरुष)
युवा शूटर सौरभ चौधरी ने फरवरी में आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में रिकॉर्ड कायम करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया. एशियन गेम्स और यूथ ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट सौरभ अंत में कुल 245 के स्कोर तक पंहुचने में कामयाब रहे.
सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा वहीं अभिषेक वर्मा भी हाल में हुए बीजिंग में आईएसएसएफ वर्ल्डचैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल हासिल करते हुए ओलंपिक का टिकट हासिल किया. वर्मा ने अपना वहां का अभियान कुल 242.7 अंकों पर खत्म किया. अपने पहले ही आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया.
10 मीटर एयर पिस्टल (महिला)
म्यूनिख में आयोजित शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में 0.1 अंक से पदक से चूकने वाली युवा शूटर मनु भाकर भारत की तरफ से ओलंपिक का टिकट पाने वाली आखिरी शूटर बनी. मनु के लिए साल 2018 बेहद शानदार रहा था. उन्होंने यूथ ओलंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर और गोल्ड मेडल जीतकर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था.
25 मीटर एयर पिस्टल (महिला)
राही सरनोबत ने म्यूनिख में ISSF विश्व कप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण के साथ भारत के लिए ओलंपिक में अपना स्थान पक्का कर लिया है. 2012 में, राही ओलंपिक में 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के लिए क्वालीफाई करने वाले पहली भारतीय निशानेबाज बनी.हालांकि भविष्य में इन नामों के अलावा और भी बहुत से एथलीट हैं जिनको ओलंपिक के टिकट पाने के और भी मौके मिलेंगे.