नई दिल्ली :भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपनी एक महीने की सैलरी दान देने का फैसला किया है. हिमा अपनी ये सैलरी असम सरकार की कोविड-19 राहत कोष में देगी. हिमा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी.
हिमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, असम के मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमांता बिस्वा सरमा को टैग करते हुए लिखा, "दोस्तों ये समय एक साथ खड़े होने उन लोगों की मदद करने का समय है, जिन्हें हमारी जरूरत है. मैं अपनी एक महीने की सैलरी असम आरोग्य निधि अकाउंट में दे रही हूं ताकि कोविड-19 से लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके."
रिजिजू ने हिमा दास की इस कदम के लिए उनकी तारीफ की है. रिजिजू ने लिखा, "शानदार प्रयास हिमा दास. आपने एक महीने की सैलरी देने का जो फैसला किया है, उसके काफी मायने है और ये बहुत उपयोगी होगा. भारत कोरोना से लड़ेगा."
कोरोना की जंग में 50 लाख रुपये दान करेंगे पाकिस्तानी क्रिकेटर
पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में सरकार की मदद करने के लिए 50 लाख पाकिस्तानी रुपये दान करने का फैसला किया है. ये दान राष्ट्रीय सरकार के आपातकालीन कोष में दिया जाएगा. क्रिकेटरों के अलावा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के स्टाफ भी इसमें अपनी मदद करेंगे. बोर्ड में कर्मचारी से वरिष्ठ प्रबंधक स्तर तक के कर्मचारी एक दिन का वेतन जबकि महाप्रबंधक या उच्च पद पर कार्यरत लोग अपने दो दिन का वेतन सरकार को देंगे.
पीसीबी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पीसीबी इन सभी फंडों को इकट्ठा करेगा और इसे सरकार के कोरोनावायरस फंड में जमा करेगा.
जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में चावल बाटेंगे गांगुली
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरभ गांगुली कोविड 19 महामारी को रोकने के लिए किए गए 21 दिन के 'लॉकडाउन' से प्रभावित होने वाले लोगों के सहयोग के लिए आगे आए हैं. पूर्व भारतीय कप्तान वंचितों के लिए 50 लाख रुपये के चावल दान करेंगे.
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए 21 दिनों के लॉकडाउन के पीएम मोदी की घोषणा के बाद सौरव गांगुली ने भी सभी से घर में रहने का आग्रह किया है. गांगुली और एक राइस कंपनी के बीच एक करार हुआ है. एक बयान में कहा गया है, "उम्मीद है कि गांगुली की इस पहल से अन्य लोग भी राज्य के दूसरे लोगों की सेवा करने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित होंगे."