जिनेवा:फीफा इस साल कतर में होने वाले फुटबॉल विश्व कप में ऑफ साइड फैसलों को बेहतर करने के लिए नई तकनीक शुरू करेगा, जिसमें लिंब-ट्रैकिंग कैमरा (पैर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए) प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा.
फीफा ने शुक्रवार को कहा, वह सेमी-ऑटोमेटिड ऑफसाइड तकनीक (एसएओटी) लांच करने के लिए तैयार है. इसमें कई कैमरे खिलाड़ी के मूवमेंट पर नजर रखते हैं और साथ ही गेंद में एक सेंसर लगा होगा, जिससे स्टेडियम की स्क्रीन पर तुरंत ही त्रि-आयामी छवियां दिखेंगी, जिससे प्रशंसकों को रैफरी के फैसले को समझने में मदद मिलेगी.
यह लगातार तीसरा विश्व कप होगा, जिसमें फीफा ने रैफरी की मदद के लिए नई तकनीक शुरू की है. ब्राजील में साल 2014 टूर्नामेंट के लिए गोल लाइन तकनीक तैयार की गई थी. क्योंकि साल 2010 में कई रैफरी ने काफी गलतियां की थीं.