दोहा :आमतौर पर देखा जाता है कि महिलाओं की खेल प्रतियोगिताओं में रेफरी व अंपायर की भूमिका पुरुष निभाते हैं, लेकिन पुरुषों की प्रतियोगिताओं में ऐसी भूमिका महिलाएं नहीं निभाती हैं. लेकिन अबकी बार फीफा ने विश्व कप फुटबॉल के 92 साल के इतिहास में पहली बार यह कार्य करने का फैसला किया है. फीफा ने कतर में होने वाले मैचों में रेफरी की भूमिका निभाने के लिए तीन महिला रेफरी और तीन महिला सहायकों को चुना है. कतर में 20 नवम्बर से 18 दिसंबर 2022 तक खेले जाने वाले फीफा विश्व कप फुटबॉल 2022 के बड़े टूर्नामेंट को लेकर लोगों में काफी रोमांच है. माना जा रहा है कि फुटबॉल के इस महाकुंभ को दुनिया के लभगभग 5 अरब लोग देखेंगे.
कतर में होने जा रहे फीफा विश्व कप 2022 के लिए यमाशिता योशिमी, सलीमा मुकानसांगा और स्टेफनी फ्रापार्ट को रेफरी के रूप में चुना गया है. यह तीनों 20 नवंबर से शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए चुने गए 36 रेफरी की टीम का अहम हिस्सा होंगी. 20 नवम्बर से 18 दिसंबर 2022 तक खेले जाने वाले फीफा विश्व कप फुटबॉल 2022 में यह नजारा अबकी बार खास होगा.
इसके साथ ही साथ ब्राजील की नूजा बैक, मैक्सिको के करेन डियाज मदीना और अमेरिकी कैथरीन नेस्बिट से भी इस टीम के साथ जुड़ेंगी, जो 69 सहायक रेफरी की टीम का हिस्सा होंगी. इस तरह से तीन मुख्य व तीन सहायक महिला रेफरी अबकी बार 20 नवम्बर से 18 दिसंबर 2022 तक खेले जाने वाले फीफा विश्व कप फुटबॉल 2022 में मैचों के दौरान देखी जाएंगी.
यमाशिता योशिमी (YAMASHITA YOSHIMI)
36 वर्षीय जापानी रेफरी यामाशिता योमिशी ने फ्रांस में 2019 महिला विश्व कप में अंपायरिंग करने के बाद लगातार दूसरी विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और स्वीडन के बीच एक खेल में 2021 में आयोजित 2020 ओलंपिक खेलों में भी रेफरी के रूप में काम किया था. लेकिन कतर में रेफरी के रूप में फील्ड में उतरते ही वह एक इतिहास बनाएंगी.
यमाशिता एएफसी चैंपियंस लीग में मेलबर्न सिटी की जिओनाम ड्रैगन्स पर 2-1 से जीत और जे1 लीग में क्योटो सांगा पर एफसी टोक्यो की 2-0 से जीत के समय महिला रेफरी बनकर मैदान में आयीं थीं. वह खुद भी इतिहास का हिस्सा बनने को लेकर काफी उत्साहित हैं और इस खास अवसर का लुत्फ़ उठाना चाह रही हैं.
सलीमा मुकंसंगा (SALIMA MUKANSANGA)
रवांडा की रेफरी सलीमा मुकानसांगा 2012 से फीफा के लिए कार्य कर रही हैं. फीफा विश्व कप 2022 के लिए रेफरी के रूप में चुने जाने के बाद अपने मीडिया इंटरव्यू में कहा कि एक युवा लड़की के रूप में उनका सपना पेशेवर रूप से बास्केटबॉल खेलने का था. बास्केटबॉल उनकी पहली पसंद है और इसे बहुत गंभीरता से करियर के रूप में अपनाना चाहती थीं. लेकिन जब बास्केटबॉल के बुनियादी ढांचे तक उनकी पहुंच कठिन होने लगी तो थी, तो खुद को रेफरी के लिए तैयार किया. हालांकि एक खिलाड़ी के रूप में करियर न चुन पाने व एक रेफरी की नयी भूमिका से वह निराश नहीं हैं. अपनी नयी भूमिका में 2019 के महिला विश्व कप, टोक्यो 2020 के ओलंपिक खेलों और अब कतर तक रेफरी के रूप में पहुंच गयी हैं. यमाशिता की ही तरह वह भी पिछले साल टोक्यो 2020 ओलंपिक में शामिल थीं.
सलीमा मुकंसंगा विश्व मंच के लिए कोई अजनबी चेहरा नहीं है. इस साल की शुरुआत में पुरुषों के अफ्रीका कप ऑफ नेशंस में भी वह रेफरी का काम कर चुकी हैं. जब 2019 डब्ल्यूडब्ल्यूसी के लिए एक अधिकारी के रूप में नामित किया गया, तो उन्होंने कहा था कि विश्व कप में भाग लेना हर रेफरी का सपना होता है. वह धीरे धीरे इस ओर बढ़ रही हैं. रवांडा की महिला रेफरी कतर में अपने हुनर का जलवा दिखाएगी.
स्टेफनी फ्रापार्ट (STEPHANIE FRAPPART)
38 वर्षीय फ्रांसीसी अधिकारी स्टेफनी फ्रापार्ट यकीनन आगामी विश्व कप के लिए सूचीबद्ध रेफरी में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले नामों में से एक है. स्टेफनी फ्रापार्ट का करियर पहले से भरा हुआ है और कतर में वह अपने जलवे बिखेरती नजर आएंगी. फ्रैपर्ट ने 2019 में फ्रांस में आयोजित विश्व कप में रेफरी के रूप में भूमिका निभायी थी. इसके साथ साथ उसी वर्ष यूईएफए सुपर कप फाइनल में भी अंपायरिंग की थी. 2020 में उन्होंने रेफरी की दुनिया में हलचल पैदा करते हुए पुरुषों के चैंपियंस लीग मैच में रेफरी काम काम करके ऐसा काम करने वाली पहली महिला बनकर इतिहास की किताबों में अपना नाम लिखवा लिया था.