महान फुटबॉलर पेले के बारे में ऐसा कहते हैं लोग, खिलाड़ियों के लिए पेले ने कही थी ये खास बात
ब्लैक पर्ल के नाम मशहूर लीजेंड फुटबॉलर पेले को लेकर कई खिलाड़ियों के साथ साथ नामी गिरामी लोगों ने अपने अपने विचार दिए हैं. वहीं पेले ने खेल व खेल की दुनिया से जुड़े लोगों के लिए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं.....
महान फुटबॉलर पेले के बारे में खास बात
नई दिल्ली : दुनिया भर में ब्लैक पर्ल के नाम मशहूर लीजेंड फुटबॉलर पेले के खेल व व्यवहार को लेकर तमाम लोगों ने समय समय पर कई तरह की टिप्पणियां की हैं. वहीं पेले ने भी खेल व खिलाड़ियों के बारे में अपनी स्पष्ट राय रखी है. यहां आप जान सकते हैं कि लोगों ने पेले के बारे में क्या कहा है और पेले ने सवालों के जवाब में या अपने आप खेल व खिलाड़ियों के बारे में क्या कहा है.....
- पेले को 1975 में न्यूयॉर्क कॉसमॉस के लिए हस्ताक्षर करने के लिए राजी करने के लिए, टीम के महाप्रबंधक क्लाइव टोए ने कहा था कि "इटली मत जाओ, स्पेन मत जाओ, वहां तुम केवल एक चैम्पियनशिप जीत सकते हो... यू.एस. में आओ.. जहां आकर आप एक देश जीत सकते हो."
- पेले के बारे में इंग्लैंड के विश्व कप विजेता टीम के कप्तान बॉबी मूर ने कहा कि "मैंने पेले के रूप में अब तक का सबसे पूर्ण खिलाड़ी देखा है."
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक बार कहा था कि "फुटबॉल इतिहास में पेले सबसे महान खिलाड़ी हैं और केवल एक ही पेले होगा."
- 1970 के विश्व कप फाइनल में पेले को चिन्हित करने वाले इतालवी डिफेंडर टार्सिसियो बर्गनिक ने बाद में कहा था कि "मैंने मैच से पहले खुद से कहा था, वह हर हमारे ही तरह ही त्वचा और हड्डियों से बना है, लेकिन मैं गलत था."
- जाने-माने अंग्रेजी फुटबॉल लेखक ज्योफ्री ग्रीन ने एक बार घोषित किया था कि "डि स्टेफानो का निर्माण पृथ्वी पर हुआ था, पर पेले का निर्माण स्वर्ग में हुआ था."
- मैनचेस्टर सिटी और इंग्लैंड के पूर्व स्टार रोडनी मार्श ने एक बार पेले के बारे में कहा था कि "गैसकोइग्ने की पेले से तुलना करना रॉल्फ हैरिस की रेम्ब्रांट से तुलना करने जैसा है."
- पेले जब खेल की दुनिया से रिटायर हुए तो संयुक्त राष्ट्र में ब्राजील के राजदूत जे.बी. पिनहेरो ने कहा था कि "पेले ने 22 वर्षों तक फुटबॉल खेला और उस समय में उन्होंने कहीं भी किसी भी अन्य राजदूत की तुलना में विश्व मित्रता और बंधुत्व को बढ़ावा देने के लिए अधिक काम किया है."
- पेले ने 2006 में कहा था कि "20 वर्षों से लोग मुझसे एक ही सवाल पूछते हैं, कौन सबसे बड़ा है... पेले या माराडोना ? मैं जवाब देता हूं कि आपको बस इतना करना है कि सारे तथ्यों को खुद देखें और फैसला लें कि किसने अपने पैर या सिर से कितने गोल किए हैं..?"
- खेल व टीम में फ़ुटबॉल सितारों के महत्व पर पेले ने कहा था कि "जब फ़ुटबॉल के मैदान से सितारे गायब हो जाते हैं, तो टीमें भी गायब हो जाती हैं, और यह एक बहुत बड़ी सच्चाई है. ठीक उसी तरह की है, जैसे किसी थिएटर में हो रहे नाटक में अगर कोई महान कैरेक्टर या सितारा है तो ठीक, अन्यथा पूरी टीम को खामियाजा भुगतना पड़ता है."
- पेले पेनल्टी किक से गोल को बहुत अच्छा नहीं मानते थे. इस बारे में बात करते हुए एक बार कहा था कि "पेनल्टी फुटबॉल में स्कोर करने का एक कायरतापूर्ण तरीका है."
- पेले और माराडोना मुश्किल से दोस्त हैं. 2010 में पेले ने अर्जेंटीना के इस खिलाड़ी के बारे में कहा था कि “वह युवाओं के लिए अच्छा उदाहरण नहीं है. उसके पास फुटबॉल खेलने में सक्षम होना, ईश्वर प्रदत्त उपहार था और यही कारण है कि वह भाग्यशाली है." इस पर माराडोना ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "पेले क्या कहते हैं, वह इसकी परवाह नहीं करते हैं.."
- मैच में या टूर्नामेंट में जीत पर पर पेले का विचार एकदम क्लीयर था. वह कहते थे कि "यदि आप पहले हैं तो आप पहले हैं. यदि आप दूसरे हैं, तो आप कुछ भी नहीं हैं."
- रोल-मॉडल बनने पर पेले : "दुनिया भर में हर बच्चा, जो फ़ुटबॉल खेलता है, पेले बनना चाहता है. मेरी एक बड़ी ज़िम्मेदारी है कि मैं उन्हें दिखाऊं कि फ़ुटबॉल खिलाड़ी कैसे बनें, लेकिन एक आदमी की तरह भी कैसे बनें."
- सफलता पर पेले : "सफलता कोई दुर्घटना नहीं है. यह कड़ी मेहनत, दृढ़ता, सीखना, अध्ययन करना, त्याग करना और सबसे बढ़कर, आप जो कर रहे हैं या करना सीख रहे हैं, उससे प्यार करना है."
Last Updated : Dec 30, 2022, 6:38 AM IST