हैदराबाद: भारतीय धाविका दुती चंद आगामी टोक्यो ओलंपिक की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं क्योंकि वो हर दिन कम से कम छह से सात घंटे प्रशिक्षण ले रही हैं. दुती ने बुधवार को विश्व रैंकिंग कोटे के जरिए 100 मीटर और 200 मीटर दोनों रेस में क्वाड्रेनियल इवेंट के लिए क्वालीफाई किया था.
दुती को टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीद है और वो इस ओलंपिक इवेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आश्वस्त हैं.
60वीं राष्ट्रीय अंतर-राजकिय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 100 मीटर फाइनल में निराशाजनक चौथा स्थान हासिल करने के बाद दुती सीधे ओलंपिक योग्यता स्थान हासिल करने की अपनी आखिरी रेस में विफल रही थीं.
पिछले हफ्ते, दुती ने पटियाला में इंडियन ग्रां प्री (IGP) 4 में 11.17 सेकंड के समय के साथ महिलाओं की 100 मीटर में एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया, वो केवल 0.02 सेकंड से ओलंपिक क्वालीफिकेशन टाइम से चूक गई थीं.
दुती ने ईटीवी भारत से कहा, "ऐसी बहुत सी चीजें थीं जो मैं तब नहीं जानती थी लेकिन अब मुझे पता है,"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे अपने आप पर बहुत गर्व है. मैं एकमात्र भारतीय एथलीट हूं जिसने विश्व रैंकिंग के माध्यम से 100 और 200 मीटर दोनों में क्वालीफाई किया है. मैं 2016 में रियो ओलंपिक के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी थी. ये मेरा दूसरा ओलंपिक क्वालीफिकेशन है. मैं खुश हूं."
दुती ने कहा, "मैं बस इतना कर सकती हूं कि कड़ी मेहनत करूं. बाकि और कुछ मेरे हाथ में नहीं है."
फाइनल पहुंचने की अपनी उम्मीदों पर दुती ने कहा, "मैं अच्छी चीजों की उम्मीद करती हूं. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करती हूं तो मुझे सेमीफाइनल और बाद में फाइनल पहुंच सकती हूं. मैं समझती हूं कि लोग मुझसे स्वर्ण पदक पाने की उम्मीद कर रहे हैं और मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगी. मैं कड़ी मेहनत कर सकती हूं."
उन्होंने बताया, "मैं ओलंपिक में अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ को बेहतर बनाने की कोशिश करूंगी. मेरे कोच मेरा मार्गदर्शन कर रहे हैं. हम सुबह 6 बजे ट्रेनिंग शुरू करते हैं और सुबह 10 बजे तक चलते हैं फिर सुबह 11 बजे फिर से ट्रेनिंग शुरू करते हैं."
लॉकडॉउन के समय अपनी ट्रेनिंग को लेकर दुती ने कहा, "2020 में ये मुश्किल था जब सरकार ने लॉकडॉउन की घोषणा की. सब कुछ बंद था. मुझे एक महीने से ज्यादा समय तक घर पर बैठना पड़ा. लेकिन मैंने अपने कमरे में ट्रेनिंग करना बंद नहीं किया. जब 2021 में लॉकडाउन में ढील दी गई, मैंने जून में अपनी तैयारी फिर से शुरू की. मैंने अपने प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया और सरकार ने मेरे अभ्यास के लिए कलिंग स्टेडियम भी खोला."
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रियो ओलंपिक में अपनी तैयरियों को लेकर दुती ने कहा, "मुझे रियो ओलंपिक के दौरान ज्यादा अनुभव नहीं था. मैंने कई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले थे. मैंने उससे पहले केवल पुणे में एक राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लिया था. इस समय मैं बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट - एशियाई खेल, विश्व चैम्पियनशिप आदि खेल चुकीं हूं इतने सारे टूर्नामेंट में भाग लेने के बाद अनुभव अच्छा मिला है. जो कुछ भी मैं रियो में नहीं कर सका, मैं उसे यहां करने की कोशिश करूंगा."
---आयुष्मान पांडे